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जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की आहट से राजनीतिक दल अलर्ट

Jammu and Kashmir Assembly elections. जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की आहट से राजनीतिक दल अलर्ट हो गए हैं।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 12 May 2019 12:16 PM (IST)Updated: Sun, 12 May 2019 12:16 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की आहट से राजनीतिक दल अलर्ट

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर जारी संशय के बीच राजनीतिक दल भी हरकत में आ गए हैं। सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव के दौरान हुए मतदान के आधार पर कमजोरी और मजबूती का आकलन कर रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। अलबत्ता, वे केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर विधानसभा चुनाव जल्द एलान करने पर जोर दे रहे हैं।

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गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गिरने के बाद जून, 2018 को राज्यपाल शासन लागू किया था। नवंबर, 2018 में राज्यपाल ने निलंबित विधानसभा को भंग कर दिया था। 20 दिसंबर, 2018 को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया। नियमानुसार, राज्य विधानसभा भंग करने के बाद छह माह के भीतर नई विधानसभा के गठन के लिए चुनाव कराना अनिवार्य है। राज्य के सुरक्षा परिदृश्य के चलते विधानसभा चुनाव को लगातार टाला जा रहा है। उम्मीद है कि चुनाव आयोग संसदीय चुनाव की प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद किसी भी समय विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है।

सियासी पार्टियों की बैठकें शुरू

नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, माकपा, डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट, पैंथर्स पार्टी और भाजपा समेत सभी दलों ने सभी प्रमुख नेताओं व कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच सक्रिय रहने का निर्देश जारी कर दिया है। सभी दल लगातार बैठकें कर रहे हैं।

विस चुनाव पर अधिक गहमागहमी

कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ मनोहर लालगामी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में संसदीय चुनाव से ज्यादा विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी होती है। क्षेत्रीय दलों का निशाना राज्य की सत्ता हासिल करना रहता है। नेकां, पीडीपी के अलावा पैंथर्स पार्टी, डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की गतिविधियां तेज हैं। विधानसभा चुनाव जल्द कराने के लिए भी सबसे ज्यादा उत्सुक यही दल नजर आ रहे हैं।

नेकां ने अपने कैडर को तैयार रहने को कहा

नेकां महासचिव अली मोहम्मद सागर ने कहा कि पंचायत, स्थानीय निकाय और संसदीय चुनाव में अगर सुरक्षा परिदृश्य ठीक था तो फिर विधानसभा चुनाव टालने की तुक समझ में नहीं आती। हम चाहते हैं कि चुनाव जल्द हों। हमने अपने कैडर को विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए कहा है। संसदीय चुनाव में हुए कम मतदान पर उन्होंने कहा कि हमने इसे ध्यान में रखते हुए उन इलाकों की निशानदेही की है, जहां हमें मेहनत की जरूरत है।

चुनाव के लिए तैयार हैं

प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि हम किसी भी समय चुनाव के लिए तैयार हैं। हमारे सभी नता और कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव की तिथि के एलान का इंतजार किए बिना कश्मीर की सियासत में कमल के फूल को खिलने का माहौल बनाने के लिए जुटे हुए हैं। संसदीय चुनाव के मतदान के दौरान हमें पता चला है कि घाटी में हम कहां मजबूत और कहां कमजोर हैं।

उम्मीदवारों का खाका तैयार रखा

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीए मीर ने कहा कि दक्षिण कश्मीर और उत्तरी कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में हमने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति और संभावित उम्मीदवारों का खाका तैयार रखा है। श्रीनगर और इसके आसपास के इलाकों में अपनायी जाने वाली रणनीति पर संगठन में विचार विमर्श चल रहा है। जम्मू संभाग के नेताओं और कार्यकर्ताओं से उनके इलाकों का फीडबैक लिया जा रहा है। उनसे संसदीय चुनाव के मतदान के रुझान का ध्यान में रखते हुए विधानसभा चुनावों के लिए पार्टीं की संभावित रणनीति पर सुझाव तलब किए जा रहे हैं।

जनसंपर्क अभियान शुरू करेगी पीडीपी

पीपुल्स डेमोक्रेटिकि पार्टी के उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान वीरी ने कहा कि हमारे लिए विधानसभा चुनाव अहम हैं। हमने संसदीय चुनाव में ऐसे सभी बिंदुओं को चिन्हित किया है जो विधानसभा चुनाव में हमारे लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं। इन मुद्दों पर शीर्षस्तर से लेकर पार्टी के निचले कैडर के साथ विचार विमर्श की प्रक्रिया अपनाई है। हम उन इलाकों में जल्द जनसंपर्क अभियान शुरू करने जा रहे हैं, जहां हमारा मजबूत जनाधार रहा है। संसदीय चुनाव में मतदान कम हुआ है। हम लोगों को विधानसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए प्रेरित करने की रणनीति पर काम कर रह हैं जितना ज्यादा मतदान होगा, उतना हमें फायदा होगा।

भाजपा कार्यकर्ताओं की ली बैठक, बूथ स्‍तर पर जुट जाने की अपील

लोकसभा चुनाव के बाद अब भाजपा ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर जोर बढ़ा दिया है। पार्टी ने कार्यकर्ताओं को अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए हैं। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव की उम्मीद जताते हुए कार्यकर्ताओं को अभी से बूथ स्तर पर तैयारियां करने व पार्टी को मजबूत करने के लिए कहा है। यह निर्देश शनिवार को पार्टी की प्रदेश चुनाव कमेटी की बैठक में दिए गए। संगठन महामंत्री अशोक कौल ने बैठक की अध्यक्षता की, जबकि सांसद जुगल किशोर शर्मा, मेयर चंद्रमोहन गुप्ता, महासचिव नरेंद्र सिंह, युद्धवीर सेठी व एमएलसी अशोक खजूरिया मुख्य रूप से मौजूद रहे।

बैठक में जुगल किशोर शर्मा ने संसदीय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस बार पार्टी का प्रदर्शन 2014 के चुनाव से बेहतर रहेगा। बैठक को संबोधित करते हुए अशोक कौल ने जोर देकर कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि भाजपा की निगम, काउंसिलें व कमेटियां जमीनी स्तर पर विकास के मामले में शत प्रतिशत परिणाम दें। पार्टी का सबका साथ सबका विकास का लक्ष्य हासिल होना जरूरी है। सीधे लोगों से संपर्क स्थापित कर उनकी मुश्किलों को दूर करने का प्रयास किया जाए। शहरों, कस्बों के विकास की जिम्मेवारी को पूरा करने के लिए भाजपा नेता अतिरिक्त प्रयास करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तेज विकास से लोग प्रभावित हैं। ऐसे में हमे विकास को तेजी देकर लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना है।

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