Jammu Kashmir: जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट लगाने की तैयारी, 150 करोड़ की डीपीआर बना सरकार को भेजी
डीपीआर को जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है। जम्मू संभाग में गांधीनगर राजौरी पुंछ डोडा उधमपुर रियासी सांबा कठुआ किश्तवाड़ रामबन के जिला अस्पतालों को भी राहत मिलेगी।
जम्मू, रोहित जंडियाल: जम्मू-कश्मीर के जिला अस्पतालों और मेडिकल कालेजों के सहायक अस्पतालों में जल्दी ही अपने आक्सीजन जेनेरेशन प्लांट हो सकते हैं। इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाकर सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजी गई है। अगर इसे मंजूरी मिलती है तो जल्दी ही सभी अस्पतालों में इस पर काम शुरू हो सकता है।इस समय जम्मू-कश्मीर में इक्का-दुक्का अस्पतालों में ही आक्सीजन जेनेरेशन प्लांट हैं। सभी जिला अस्पतालों सहित मेडिकल कालेजों के सहायक अस्पतालों में भी यह सुविधा नहीं है। इस कारण अस्पतालों में आक्सीजन सिलेंडरों से ही मरीजों को आक्सीजन मुहैया करवाई जाती है। इसलिए यह सुविधा भी सीमित बिस्तरों पर ही उपलब्ध है। हालांकि अभी तक कभी ऐसे हालात नहीं हुए हैं कि अस्पतालों में आक्सीजन की कमी हुई हो लेकिन कई बार आक्सीजन सप्लाई करने वाले प्लांट में रुपयों के भुगतान को लेकर हुए विवाद के चलते आक्सीजन की कमी बनने की नौबत जरूर आई है।
सरकार ने तीन दिन पहले ही कश्मीर में दो अस्पतालों में आक्सीजन जेनेरेशन प्लांट लगाने को मंजूरी दी है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू ने पांच करोड़ चालीस लाख रुपयों की लागत से बनने वाले एक प्लांट को श्रीनगर के चेस्ट डिजिजेस अस्पताल में और दूसरा प्लांट 15 करोड़ 41 लाख रुपयों की लागत से श्रीनगर के महाराजा हरि सिंह अस्पताल में स्थापित करने को मंजूरी दी। अब मेकेनिकल इंजीनियरिंग विंग ने सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कालेजों के सहायक अस्पतालों में आक्सीजन जेनेरेशन प्लांट स्थापित करने के लिए 150 करोड़ रुपयों की डीपीआर बनाई है। यह डीपीआर मंजूरी के लिए सरकार के पास भेज दी है। इस डीपीआर को जल्दी ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है। मंजूरी मिलने के बाद जम्मू संभाग में गांधीनगर, राजौरी, पुंछ, डोडा, उधमपुर, रियासी, सांबा, कठुआ, किश्तवाड़, रामबन के जिला अस्पतालों को भी राहत मिलेगी। अभी इनमें से अधिकांश अस्पतालों में जम्मू से ही आक्सीजन सप्लाई होती है।
मेडिकल कालेज जम्मू के सहायक अस्पतालों में भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस कारण कई बार इमरजेंसी में भी मरीजों को आक्सीजन देने में परेशानी आती है। स्वास्थ्य विभाग के एक उच्चाधिकारी ने भी जिला अस्पतालों में आक्सीजन जेनेरेशन प्लांट के लिए डीपीआर तैयार होने की बात कही है। उनका कहना है कि इससे जिला अस्पतालों में आने वाले मरीजों को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की मंजूरी मिलने के बाद ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।