अब मेयर और चेयरमैन बनाने की होगी सियासत
राज्य ब्यूरो, जम्मू : निकाय चुनाव के परिणाम सार्वजनिक होते ही भाजपा और कांग्रेस में मेयर औ
राज्य ब्यूरो, जम्मू : निकाय चुनाव के परिणाम सार्वजनिक होते ही भाजपा और कांग्रेस में मेयर और चेयरमैन बनाने की राजनीति जोर पकड़ लेगी। दोनों पार्टियों की नजर इस समय 20 अक्टूबर को होने जा रही मतगणना पर टिकी है।
ऐसे हालात में शुक्रवार को मतगणना के दिन प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र ¨सह व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर भी जम्मू पहुंच रहे हैं। चुनाव परिणाम आने के बाद इन पार्टियों की आगे की रणनीति क्या होगी, यह फैसला 21 अक्टूबर को तय बैठकों में होगा।
इसी बीच मेयर बनाने की राजनीति में इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों की भी अहम भूमिका होगी। पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस के चुनाव बहिष्कार करने और भाजपा, कांग्रेस के उम्मीदवार न बनाए जाने से नाराज निर्दलीय प्रत्याशियों की चुनाव मैदान में भारी भीड़ है। इनमें से कई चुनाव जीतने की स्थिति में हैं। उनके कामयाब होने की स्थिति में भी राजनीतिक पार्टियों की मेयर व चेयरमैन बनाने की रणनीति बिगड़ सकती है।
प्रदेश भाजपा चुनाव में अपने प्रदर्शन को लेकर खुश है और अंदर ही अंदर मेयर के लिए नाम तय करने की कोशिशें हो रही हैं। पद के दावेदारों की दौड़ में प्रभात ¨सह जम्वाल, चन्द्र मोहन गुप्ता, प्रमोद कपाही व सुरेन्द्र शर्मा शामिल हैं। उनके साथ करीब 12 अन्य भाजपा नेताओं की भी पूरी कोशिश है कि पार्टी उन्हें मेयर बनाए। इसके साथ डिप्टी मेयर के पद के लिए भी भाजपा के कई नेता व कार्यकर्ता दौड़ में शामिल हैं। भाजपा को उम्मीद है कि जम्मू नगर निगम के 75 वार्डो में से 40 से अधिक वार्डो में उनके उम्मीदवार जीत हासिल करेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना का कहना है कि उनकी जीत तय है। भाजपा जम्मू के साथ श्रीनगर का मेयर भी बनाएगी। कश्मीर की 13 म्यूनिसिपल कमेटियों में भाजपा का चेयरमैन बनना पहले ही तय है। कुल मिलाकर भाजपा निकाय चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने जा रही है। यह शानदार प्रदर्शन पंचायत चुनाव में भी दोहराया जाएगा।
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस को भी निकाय चुनाव से बड़ी आशाएं हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि सीट बंटवारे के बाद सतह पर आई भाजपा की अंतर्कलह कई वार्डो से उनके उम्मीदवारों को जीत दिलाएगी। शहर के करीब 18 वार्ड ऐसे हैं, जहां से भाजपा के बागी कार्यकर्ताओं ने चुनाव मैदान में उतर कर पार्टी कार्यकर्ताओं की जीत पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा का कहना है कि भाजपा से न सिर्फ इसके कार्यकर्ता बल्कि लोग भी नाराज हैं। लोगों ने इस नाराजगी का इजहार वोटों के जरिये किया है। ऐसे में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है।