हिंदुत्व के मुद्दे पर जम्मू कश्मीर में भी सियासत गरमाई, पीडीपी-भाजपा में घमासान
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि महबूबा ने हमेशा ही लश्कर जैश हिजबुल मुजाहिदन जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन किया है। उन्होंने हमेशा ही भारत विरोधी एजेंडे को कश्मीर में आगे बढ़ाने का काम किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की किताब को लेकर मचे बवाल के बीच जम्मू कश्मीर में भी सियासत गरमा गई है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने खुर्शीद का समर्थन करते हुए भाजपा पर हिंदुत्व और हिंदू धर्म को हाइजैक करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि मजहब के नाम पर लोगों को लड़ाने वाले, उनका कत्ल करने वाले संगठनों की तुलना इस्लामिक स्टेट (आइएस) जैसे किसी भी संगठन से की जा सकती है। वहीं, महबूबा पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि हिंदुत्व पर प्रवचन देने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को जमीन दिए जाने के खिलाफ उन्होंने ही कश्मीर में विवाद खड़ा किया था। पाकिस्तान, तालिबान, आतंकियों और अलगाववादियों के साथ खड़ी रहने वाली महबूबा हमेशा ही एक वर्ग विशेष की धार्मिक भावनाओं की सियासत करती आई हैं।
सलमान खुर्शीद द्वारा हिंदुत्व की तुलना बोको हराम और आइएस से किए जाने पर शुरू हुए विवाद के बीच जम्मू में पीडीपी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में महबूबा ने कहा कि जो संगठन मजहब के नाम पर माब लिचिंग करते हैं और उसे सही ठहराते हैं, उन्हें आप आइएस तो क्या ऐसे किसी अन्य संगठन के साथ भी खड़ा कर सकते हैं। सांप्रदायिक दलों को एक ही कतार में रखा जा सकता है। महबूबा ने कहा कि ये लोग सोचते हैं कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म सिर्फ भाजपा और आरएसएस है, लेकिन यह सही नहीं है। इससे पहले महबूबा ने पार्टी कार्यालय में जम्मू संभाग में पीडीपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात कर राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा की।
महबूबा ने हमेशा ही लश्कर, जैश, हिजबुल मुजाहिदन जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन किया है
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि महबूबा ने हमेशा ही लश्कर, जैश, हिजबुल मुजाहिदन जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन किया है। उन्होंने हमेशा ही भारत विरोधी एजेंडे को कश्मीर में आगे बढ़ाने का काम किया है। जो लोग आतंकियों, अलगाववादियों और पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाकर बात करते हैं, वह आज हिंदुत्व पर प्रवचन दे रहे हैं। हिंदुत्व पर प्रवचन देने से पूर्व महबूबा को अपने गिरेबान में देखना चाहिए।
रविंद्र रैना ने कहा कि यह वही महबूबा हैं, जिन्होंने 2008 में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को जमीन आबंटित किए जाने के खिलाफ कश्मीर में हड़ताल में अग्रणी भूमिका निभाई और हिंदुओं के खिलाफ एजेंडा चलाया था। जब कोई आतंकी मारा जाता है तो उन्हें बहुत तकलीफ होती है, कश्मीर में अगर कोई नौजवान तिरंगा उठाकर निकले तो यह परेशान हो जाती हैं। महबूबा की सोच को सभी जानते हैं। वह जम्मू कश्मीर में नफरत और सांप्रदायिकता की सियासत करना चाहती हैं, लेकिन उनकी यह साजिश कामयाब नहीं होगी।