Ban Toll Plaza Militant Attack: आतंकियों के घुसपैठ मार्ग पर पुलिस को भटका रहा ट्रक चालक समीर
पुलिस को फोन कर संदिग्ध के उनके पास होने की जानकारी दी। जब तक पुलिस उन तक नहीं पहुंची तब तक तीनों से मिलकर उसे बातों में बहलाया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। नगरोटा के बन टोल प्लाजा में मारे गए तीन आतंकवादियों को ट्रक में छिपाकर लाए ट्रक चालक समीर अहमद डार से घुसपैठ के रास्तों के बारे में जानकारी लेने के लिए उसे सांबा से सटे सीमांत इलाकों में ले जाकर उससे पूछताछ की गई। वह आतंकियों को घुसपैठ कराने के मामले पर जांच टीम को भटका रहा है।
सूत्रों के अनुसार इस आतंकवादी हमले जांच कर रही जम्मू कश्मीर पुलिस की स्पेशल आपरेशन ग्रुप की टीम व सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी डार को लेकर सांबा जिले से सटे सीमांत इलाकों में पहुंचे। डार द्वारा दी गई जानकारी के आधार उसे सीमा पर ले जाकर यह जानने की कोशिश की गई कि वह सच बोल रहा है कि नहीं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि मारे गए आतंकवादी कहां से आए थे? क्या उनके और भी सहयोगी थे व श्रीनगर में उन्हें कहां पहुंचाना था? पुलिस सूत्रों के अनुसार समीर डार घुसपैठ के रास्ते को लेकर जांच दल को भटका रहा है। ऐसे में सांबा से पहले उसे पहले दयालाचक्क भी ले जाया गया था। उससे बन टोल प्लाजा में 31 जनवरी को पकड़े जाने के बाद बताया था कि उसने आतंकवादियों को दयालाचक्क इलाके से ट्रक में बिठाया था। दयालाचक्क के बाद उसे सांबा ले जाया गया है।
इससे पहले उसे कठुआ के साथ लगते पठानकोट इलाके में सीमा पर भी ले जाया गया था। आतंकवादियों को ट्रक में लाने वाला आदिल डार पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आदिल डार का चचेरा भाई है। वह आतंकवादियों के ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में उन्हें श्रीनगर तक पहुंचाने का कार्य कर रहा था। कश्मीर विश्व विद्यालय का विद्यार्थी रहा डार आतंकवादी को कश्मीर पहुंचाने के लिए वह सत्तर हजार रुपये से एक लाख रुपये तक लेता था।
जीवित ओजीडब्ल्यू की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाने वाले नागरिक सम्मानित
नगरोटा के बन टोल प्लाजा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में पकड़े गए जीवित ओजीडब्ल्यू की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाने वाले तीन नागरिकों को जम्मू पुलिस ने पांच हजार रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र भेंट कर सम्मानित किया। तीनों एनएच-1ए में कर्मी हैं। सम्मानित होने वाले नागरिकों में अविनाश शर्मा निवासी नगरोटा, केवल शर्मा निवासी जगटी, नगरोटा और सतनाम सिंह निवासी कंडौली, नगरोटा है। तीनों को पुलिस स्टेशन नगरोटा में एसपी रूरल सुरम सिंह, एसडीपीओ नगरोटा मोहन शर्मा और एसएचओ नगरोटा मोहम्मद शौकत ने सम्मानित किया। अविनाश शर्मा ने बताया कि राजमार्ग पर बनी एक टनल में उसकी ड्यूटी थी। इस दौरान सरताज अहमद ने उससे मदद मांगी। पीने के लिए पानी भी मांगा। इस पर वह उसे टनल के साथ बने कमरे में ले गया। कमरे में जाते ही उसने अपना मोबाइल निकाला और फोटो डिलीट करने लगा। इस पर संदेह हुआ और यह बात अपने दो साथियों को बताई। उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन कर संदिग्ध के उनके पास होने की जानकारी दी। जब तक पुलिस उन तक नहीं पहुंची तब तक तीनों से मिलकर उसे बातों में बहलाया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।