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Jammu Kashmir: किश्तवाड़ से हिजबुल आतंकी तारिक गिरफ्तार, 20 दिन पहले ही बना था आतंकी

तारिक हुसैन और उसका दोस्त मोहम्मद हनीफ जोकि टेंडर गांव का पंच था 14 नवंबर को घर से लापता हो गए थे। क्षेत्र में अफवाह फैल गई कि दोनों ही आतंकी बन गए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 02:07 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 02:07 PM (IST)
Jammu Kashmir: किश्तवाड़ से हिजबुल आतंकी तारिक गिरफ्तार, 20 दिन पहले ही बना था आतंकी
Jammu Kashmir: किश्तवाड़ से हिजबुल आतंकी तारिक गिरफ्तार, 20 दिन पहले ही बना था आतंकी

किश्तवाड़, जेएनएन। किश्तवाड़ पुलिस ने इखवाल के जंगलों से एक जिंदा आतंकी पकड़ा है। पकड़े गए आतंकी की पहचान तारिक हुसैन पुत्र मोहम्मद अमीन निवासी डच्चन के रूप में हुई है। तारिक ने बीस दिन पहले ही आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। गिरफ्तार करने से पहले पुलिस-सुरक्षाबलों के साथ आतंकी की मुठभेड़ भी हुई थी जिसमें उसकी दांयी टांग में गोली भी लगी है। पुलिस तारिक से पूछताछ कर रही है। उन्हें उम्मीद है कि उससे हिजबुल मुजाहिदीन से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी उससे मिलेगी।

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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तारिक को गत सोमवार शाम को गिरफ्तार किया गया। सेना को विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली कि 14 नवंबर से डच्चन से लापता कारपेंटर तारिक हुसैन जहांगीर से मिल गया है। जहांगीर हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ है। संगठन से ट्रेनिंग लेकर तारिक हथियारों के साथ वापिस किश्तवाड़ लौट रहा है। सूचना मिलते ही सेना की 17आरआर और पुलिस की विशेष टीम एसओजी के जवानों ने उसे पकड़ने के लिए इखवाल में घात लगा दी। जैसे ही तारिक वहां से गुजरा सुरक्षाबलों ने उसे हथियार छोड़ आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। परंतु उसने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी करना शुरू कर दिया।

सुरक्षाबलों ने भी जवाब दिया। इस बीच तारिक के दायें पांव पर गोली लग गई। घायल अवस्था में वह वहां से भाग निकला। उसके पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया और देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह घायल था। उसके कब्जे से अत्याधुनिक 303, एक मैगजीन और 303 के 65 कारतूस भी बरामद हुए। पुलिस ने बताया कि तारिक हुसैन और उसका दोस्त मोहम्मद हनीफ जोकि टेंडर गांव का पंच था, 14 नवंबर को घर से लापता हो गए थे। क्षेत्र में अफवाह फैल गई कि दोनों ही आतंकी बन गए हैं। सेना की अपील पर परिजनों ने बेटे को वापिस लौटने के लिए कहा। मोहम्मद हनीफ कुछ दिन बाद वापिस लौट आया और उसने अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया परंतु तारिक वापस नहीं लौटा।

आज जब वे किश्तवाड़ में किसी वारदात को अंजाम देने के लिए गोलाबारूद लेकर लौट रहा था तो पुलिस व सुरक्षाबल के जवान उसे जिंदा पकड़ने में कामयाब रहे। पुलिस का कहना है कि तारिक से पूछताछ की जा रही है, किश्तवाड़ व उसके साथ लगते इलाकों में कौन-कौन लोग हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम कर रहे हैं, इस तरह की कई महत्वपूर्ण जानकारी उससे मिल सकती है।


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