बिना समस्या सुने डीसी के लौट जाने से टूट गई लोगों की आस
संवाद सहयोगी खौड़ ब्लॉक दिवस पर हुए कार्यक्रम से लोग खुश होने के बजाय नाखुश नजर आए।
संवाद सहयोगी, खौड़ : ब्लॉक दिवस पर हुए कार्यक्रम से लोग खुश होने के बजाय नाखुश नजर आए। भाजपा नेता सुरेश शर्मा, सरपंच रामस्वरूप शर्मा, पंच कुलदीप शर्मा ने बताया कि जब बैक टू विलेज-एक हुआ था, तो उन्होंने अधिकारियों के सामने कई समस्याएं रखीं। इसी तरह दूसरे चरण में भी क्षेत्र की समस्याएं अधिकारियों को बताई गई, लेकिन आज तक वे समस्याएं बनी हुई हैं। ऐसे में इस तरह के आयोजनों से कुछ नहीं होने वाला है।
सरपंच रामस्वरूप शर्मा ने बताया कि वे परगवाल से आए हैं। उनको सूचना मिली थी डीसी स्वयं लोगों की समस्याओं को सुनने आ रही हैं तो वे भी 42 किलोमीटर का सफर तय कर खौड़ आए थे। उन्होंने बताया कि उनको तब बहुत निराश हुई जब उन्होंने देखा कि डीसी अधिकारियों से बात कर लौट गई। भाजपा नेता सुरेश शर्मा ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि उनकी पंचायत में राजस्व विभाग के पटवारी और नायब तहसीलदार कब आते हैं और कब चले जाते हैं, इसका पता नहीं चलता। इसकी शिकायत उन्होंने कई बार तहसीलदार और एसडीएम से की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। यही हाल पटवारी और नायब तहसीलदार का भी है। सुरेश भी बिना लोगों की समस्याएं सुने डीसी के लौट जाने से निराश हुए। उनका कहना था कि वे डीसी से ही मिलना चाहते थे, क्योंकि जो अधिकारी ब्लॉक दिवस कार्यक्रम में बैठे हैं, उनको तो पहले भी वे समस्या बता चुके थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसी तरह शंभू कुमार का कहना कि वे जुलाई से अपने डोमिसाइल सर्टिफिकेट के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। सरकार ने 15 दिन में डोमिसाइल बनाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन महीना भर बाद भी उनको डोमिसाइल नहीं मिला है। पंच कुलदीप भी स्थानीय अधिकारियों के रवैये से संतुष्ट नहीं नजर आए। उनका भी कहना था कि वे भी डीसी के आने की खबर सुनकर ही आए थे। अब जब वे ही लौट गई, तो स्थानीय अधिकारियों को समस्या बताकर कुछ नहीं होने वाला है। ऐसे में वे भी लौट गए।