PDP MP meets Modi: मोदी से मिले पीडीपी सांसद लावे, पार्टी प्रधान महबूबा की रिहाई की मांग उठाई
कोरोनोवायरस पर मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दे को उठाए पर आपका क्या कहना है तो लावे ने कहा कि हमें पाकिस्तान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान और मौजूदा सांसद डॉ फारूक अब्दुल्ला की रिहाई के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सांसद नजीर अहमद लावे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उसके समक्ष पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की रिहाई की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ उनकी पार्टी प्रधान को भी रिहा किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए लावे ने कहा कि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ अभी भी कई कश्मीरी युवा हिरासत में है। मैंने मांग की है कि उन सभी को रिहा किया जाना चाहिए। वहीं प्रधानमंत्री ने भी उनके आग्रह पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह विश्वास दिलाया है कि जल्द ही सभी बंदियों को छोड़ दिया जाएगा।
पीडीपी सांसद ने कहा कि राजनीतिक दलों के नेताओं की रिहाई के बाद ही केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां षुरू हो पाएंगी। इस दौरान लावे जम्मू कश्मीर सहित देश के अन्य जिलों में कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए उठाए गए प्रभावी कदमों को भी सराहा। उन्होंने कहा कि समय पर कार्रवाई कर प्रधानमंत्री ने लोगों के हित में अच्छा काम किया है।
इस दौरान पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि कोरोनोवायरस पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दे को उठाए पर आपका क्या कहना है तो लावे ने कहा कि हमें पाकिस्तान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।
सनद रहे कि जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश ने करीब साढ़े सात महीने बाद सांसद डॉ फारूक पर लगाए गए पीएसए को हटाने के बाद गत शुक्रवार को रिहा कर दिया था। रिहा होने के अगले दिन शनिवार को डॉ अब्दुल्ला हरि निवास में हिरासत में रखे गए बेटे उमर अब्दुल्ला से मिले। यही नहीं उसी दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद गुलाम नबी आजाद उनसे मिलने के लिए श्रीनगर आए। डॉ अब्दुल्ला की ही तरह पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला सहित कई राजनीतिज्ञों को अभी भी कश्मीर में नजरबंद किया गया है। रिहाई के बाद डॉ फारूक अब्दुल्ला ने भी केंद्र व राज्य प्रशासन से भी राजनीतिज्ञों की रिहाई की मांग की है।