Jammu Kashmir: संसदीय स्थायी समिति ने गुलमर्ग में लिया जायजा, पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारकों से भी मुलाकात की
राज्य सभा सांसद टीजी वैंकटेश की अध्यक्षता में आई संसदीय स्थायी समिति के सदस्य बीती रात को ही गुलमर्ग में पहुंच गए थे। उनसे मिलने के लिए होटल उद्योग से जुड़े लोग पहुंचे। उन्होंने कोविड से होटल उद्योग को हुए नुकसान के बारे में समिति के सदस्यों को जानकारी दी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर के तीन दिपसीय दौरे पर आई परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर संसदीय स्थायी समिति ने शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल गुलमर्ग का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने गुलमर्ग में पर्यटकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के अलावा पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारकों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और उनका यहां पर आने का मकसद यहां के लोगों की दिक्कतों का पता लगाना है।
राज्य सभा सांसद टीजी वैंकटेश की अध्यक्षता में आई संसदीय स्थायी समिति के सदस्य बीती रात को ही गुलमर्ग में पहुंच गए थे। उनसे मिलने के लिए होटल उद्योग से जुड़े लोग पहुंचे। उन्होंने कोविड के समय में होटल उद्योग को हुए नुकसान के बारे में समिति के सदस्यों को जानकारी दी। उनका कहना था कि कश्मीर सर्दियों के मौसम में देश भर से कई बार कट जाता है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग ही बंद नहीं होता है बल्कि उड़ानों पर ही भी असर पड़ता है। इससे पर्यटन उद्योग को गहरा नुकसान उठाना पड़ता है।
उन्होंने इन पर्यटक स्थलों को बढ़ावा देने के अलावा बारह महीने देश से जोड़े रखने के लिए कदम उठाने को कहा। इसके अलावा होटल उद्योग को विशेष पैकेज देने सहित कई मांगें रखी। समिति के सदस्यों ने गुलमर्ग गंडोला का भी दौरा किया। इस दौरान वहां मौजूद अधिकारियों से इसके बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्हें बताया कि गया कि यह गंडोला यहां पर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। उन्होंने यहां पर हर दिन आने वाले पर्यटकाें की संख्या के बारे में जानकारी ली। इस दौरान समिति के सदस्यों के साथ वहां पर मौजूद कुछ पर्यटक भी मिले।
गुलमर्ग गंडोला एशिया का सबसे लंबा और ऊंचा केबल कार है। समिति ने गुलमर्ग गोल्फ कोर्स, बच्चों के पार्क, स्ट्रावरी वैली, महारानी मंदिर सहित कई स्थलों के बारे में जानकारी ली। उनके साथ पर्यटन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने इन स्थलों पर पर्यटकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से समिति के सदस्यों को जानकारी दी। समिति के सदस्यों का कहना था कि कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर कदम उठाए जाएंगे।समिति के सदस्यों में प्रसन्ना आचार्य, विनय तेंडूलकर, मार्गानी भारत, राहुल कासवा, रमेश चंद्र मांझी, कमलेश पासवान, सुनील कुमार, तीर्थ सिंह, राजीव प्रताप रूढ़ी, रामदास चंद्रभान, कृपाल बाला जी शामिल हैं।