हताश पाकिस्तान अब लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन पर उतरा
राज्य ब्यूरो जम्मू/राजौरी अनुच्छेद 370 हटने और आतंकियों की घुसपैठ कराने में नाकाम रहन
राज्य ब्यूरो, जम्मू/राजौरी: अनुच्छेद 370 हटने और आतंकियों की घुसपैठ कराने में नाकाम रहने से हताश पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन कर रहा है। इतना ही नहीं, सीमा पार पाकिस्तानी सेना ने अपनी गतिविधियों में भी तेजी लाई है। शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना ने अखनूर के प्लांवाला व केरी बट्टल इलाके और राजौरी जिले के नौशहरा के लाम सेक्टर में भारी गोलाबारी की। इस गोलाबारी का जवानों ने करारा जवाब दिया है।
पाकिस्तान की चाल है कि सीजफायर का उल्लंघन कर भारतीय जवानों का ध्यान भटकाया जाए और इसी की आड़ में आतंकियों की घुसपैठ करा दी जाए, लेकिन भारतीय जवानों की सतर्कता उस पर भारी पड़ रही है। इसी के तहत अखनूर सेक्टर में शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े दस बजे तक पाकिस्तान ने सैन्य चौकियों व रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर गोले दागे। सेना के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सेना ने इस गोलाबारी को कड़ा जवाब दिया। इस गोलाबारी में किसी प्रकार के नुकसान की फिलहाल कोई सूचना नही है। उन्होंने बताया कि सेना क्षेत्र में कड़ी चौकसी बरत रही है। वहीं, लाम सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने शाम करीब छह बजे सैन्य चौकियों के साथ साथ रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर मोर्टार दागने शुरू कर दिए। देर रात तक रुक-रुककर गोलाबारी जारी थी। पाकिस्तानी सेना इस गोलाबारी की आड़ में आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसाना चाह रही है। अगस्त की शुरुआत से अधिक गोलाबारी कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान पांच अगस्त से ही केरी बट्टल सेक्टर को निशाना बना रहा है। तीन सितंबर को भी प्लांवाला में सेना को निशाना बनाकर 82 एमएम के गोले दागे थे। तब बट्टल गांव में पूर्व सरपंच रत्न लाल व सरपंच रेणू बाला के घरों को नुकसान पहुंचा था। वहीं, नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की भारी गोलाबारी में जुलाई के बाद पांच जवानों समेत सात लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें दस दिन की एक बच्ची भी शामिल है। भारतीय सेना ने भी दुश्मन की कई चौकियों को तबाह करने के साथ उसके कई सैनिकों को ढेर कर दिया था। जवान पाकिस्तान की आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की साजिश को नाकाम बनाने के लिए जम्मू कश्मीर में इस समय कड़ी चौकसी बरत रहे हैं।