सीमा को सुलगाने की नापाक साजिशें रच रहा पाकिस्तान
पाकिस्तानी सेना को उसकी इस नापाक साजिश के लिए कड़ा जवाब मिलना तय है।
By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 05 Feb 2018 10:32 AM (IST)Updated: Mon, 05 Feb 2018 10:32 AM (IST)
v>जम्मू, राज्य ब्यूरो। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में अपने नागरिकों को होने वाले भारी नुकसान को दरकिनार कर पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी कर कश्मीर में आतंकवाद को भड़काने की साजिश को बल दे रहा है।राजौरी के तरकुंडी में नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से कैप्टन समेत चार सैनिकों पर उस समय निशाना बनाया है जब पाकिस्तान व कश्मीर में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु और जेकेएलएफ के संस्थापक मकबूल भट्ट की फांसी के मुद्दे पर हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही है।
इस समय पाकिस्तान में लश्कर का सरगना हाफिज सईद आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए दो फरवरी से 11 फरवरी तक रैलियां कर रहा है। ये रैलियां अफजल गुरु व मकबूल भट्ट की फांसी के विरोध में हैं। भट्ट को 11 फरवरी 1984 में तिहाड़ और अफजल गुरु को 9 फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी।इस समय कश्मीर के शोपियां में सेना की गोलीबारी में तीन युवाओं की मौत के बाद वहां हालात खराब करने की कोशिशें हो रही हैं। ऐसे हालात में चार सैनिकों को शहीद करना सेना विरोधी तत्वों को बढ़ावा देने की एक और कोशिश मानी जा रही है।करीब डेढ़ माह के बीच राजौरी में सेना पर यह दूसरा बड़ा हमला है। पिछले वर्ष 23 दिसंबर को भी राजौरी के केरी सेक्टर में पाकिस्तान ने ऐसे ही हालात में हमला कर मेजर समेत चार सैनिकों को शहीद कर दिया था। अब एक बार फिर सेना को बड़ा आघात पहुंचाने के लिए सीमा पार से साजिश रची गई थी।
सेना के सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से हमारे सैनिकों को निशाना बनाना किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। ऐसा करने के पीछे पाकिस्तान की कोई बड़ी मंशा रही होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सेना जानबूझ कर ऐसे कदम उठाती है, जिससे दोनों देशों की ओर से राजनीतिक स्तर पर हालात बेहतरी की दिशा में हो रहे प्रयासों को कड़ा आघात लगे। उन्होंने कहा कि हमारी सेना किसी भी प्रकार के हालात का सामना करने में सक्षम है। पाकिस्तानी सेना को उसकी इस नापाक साजिश के लिए कड़ा जवाब मिलना तय है।
मानव बम के शक में पकड़ी गई सादिया
श्रीनगर में मानव बम के शक में पकड़ी गई पुणे की युवती सादिया अनवर शेख को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। राज्य पुलिस के महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने यह जानकारी दी। डॉ. वैद के अनुसार सादिया पर कोई भी आरोप नहीं है। वह पुणे के यरवदा से कश्मीर में नर्सिग की ट्रेनिंग करने आई थी। यहां वह पेइंग गेस्ट के तौर पर रह रही थी। पुलिस ने दावा किया था कि यह युवती आइएस (इस्लामिक स्टेट) में शामिल होना चाहती है। पुलिस ने 25 जनवरी को उसे दक्षिण कश्मीर के अंवतीपोर से हिरासत में लिया था। पूछताछ में उस पर लगे आरोप सही साबित नहीं हो पाए थे। हालांकि पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि ऑनलाइन किसी ने इस युवती का ब्रेनवाश कर दिया था। उसे बताया गया था कि सुरक्षाबल कश्मीर के लोगों का शोषण कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस को केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने बताया था कि पुणे की एक युवती कश्मीर में आ रही है। उसे कई बार पूछताछ के लिए पुणे एंटी टेरोरिज्म स्कायड ने बुलाया। उस पर नजर रखने की जरूरत है। इस पर राज्य पुलिस ने सभी जिलों में अलर्ट कर दिया और कहा कि यह युवती मानव बम है। गणतंत्र दिवस समारोह में खलल डालना चाहती है। यह भी कहा गया कि अठारह साल की लड़की समारोह में मानव बम बनकर धमाका कर सकती है। सादिया को एटीएस पुणे ने 2015 में उस समय पूछताछ के लिए बुलाया था जब यह कहा गया था कि वह आइएस के समर्थकों के संपर्क में है। वह सीरिया में जाने की योजना बना रही है।
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