Move to Jagran APP

PAK सेना बर्फबारी से पहले आतंकियों की घुसपैठ कराने में जुटी, बड़ी संख्या में आतंकियों को शरण दी

पाक सेना लगातार अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) से लेकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) में भारी गोलाबारी कर रही है। इसकी आड़ में आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाने का पाक सेना जोर लगा

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 11:00 AM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 11:00 AM (IST)
PAK सेना बर्फबारी से पहले आतंकियों की घुसपैठ कराने में जुटी, बड़ी संख्या में आतंकियों को शरण दी
PAK सेना बर्फबारी से पहले आतंकियों की घुसपैठ कराने में जुटी, बड़ी संख्या में आतंकियों को शरण दी

राजौरी, जागरण संवाददाता । सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में में मौसम की पहली बर्फ भी गिर चुकी है। कुछ समय बाद निचले क्षेत्रों में बर्फ गिरनी शुरू हो जाएगी। बर्फबारी से पहले आतंकियों की भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ करवाने के लिए सीमा पार से साजिशें रची जा रही हैं। क्योंकि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के अधिकतर मार्ग बंद हो जाएंगे।

loksabha election banner

सूत्रों के अनुसार मौजूदा समय में पाक सेना लगातार अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) से लेकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) में भारी गोलाबारी कर रही है। इसकी आड़ में अधिक से अधिक आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाने का पाक सेना पूरा जोर लगा रही है। राजौरी से पुंछ तक नियंत्रण रेखा के पार पाक सेना ने आतंकियों की बड़ी संख्या को अपने यहां बंकरों में शरण दी है ताकि मौका देखकर घुसपैठ करवाई जाए।

सेना के बड़े अधिकारी सीमा पार मची हलचल पर नजर रखे हुए

वहीं भारतीय सेना ने घुसपैठ को रोकने के लिए एलओसी पर हर संभव प्रबंध कर रखे हैं ताकि कोई भी आतंकी भारतीय क्षेत्र में दाखिल न हो सके। बावजूद पाक सेना लगातार भारतीय चौकियों और रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बना रहा है। मौजूदा समय में भारतीय सेना के बड़े अधिकारी पाक की ओर से मची हलचल पर नजर रखे हुए हैं।

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पाक बौखलाया हुआ है। वह कश्मीर में हालात खराब करने के लिए भीतर तो सफल नहीं हो सका है। अब वह गोलाबारी की आड़ में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिशें कर रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.