पाकिस्तानी गोलाबारी में सेना के तीन जवान जख्मी
केरी बट्टल सेक्टर में पाकिस्तानी गोलाबारी में सेना के तीन जवान जख्मी हुए हैं। करीब आधा दर्जन मवेशी भी घायल हुए हैं। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भी भारी नुकसान पहुंचने की खबर है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू जिले के अखनूर में नियंत्रण रेखा पर केरी बट्टल सेक्टर में पाकिस्तानी गोलाबारी में सेना के तीन जवान जख्मी हुए हैं। करीब आधा दर्जन मवेशी भी घायल हुए हैं। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भी भारी नुकसान पहुंचने की खबर है। देर रात तक इस क्षेत्र में रुक-रुककर गोलाबारी जारी थी। यह गोलाबारी आतंकियों की घुसपैठ कराने की साजिश के तहत की जा रही है। इसका करारा जवाब दिया जा रहा है।
पाक सेना ने केरी बट्टल सेक्टर में बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे सैन्य चौकियों और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर गोलाबारी शुरू कर दी। पहले हल्के हथियारों से गोलाबारी की, बाद में भारी हथियारों से गोले दागना शुरू कर दिया गया। देर शाम को कुछ समय के लिए गोलाबारी रुकी, लेकिन रात को फिर पाकिस्तान अपनी हरकतों पर उतर आया।
बरसात के चलते घुसपैठ की आशंकाओं के बीच भारतीय सेना पहले से ही अलर्ट थी। इसलिए घुसपैठ का प्रयास नाकाम कर दिया गया। इस दौरान भारतीय सेना के तीन जवान जख्मी हो गए। बारिश के मौसम में इस क्षेत्र में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों में इजाफा हो जाता है।
पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि सेना के जवान गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से आतंकवाद के पैर उखड़ गए हैं। पाकिस्तान अपनी साजिशों को अंजाम नहीं दे पा रहा है। इसलिए नियंत्रण रेखा पर लगातार माहौल खराब कर रहा है।
वहीं, पाक रेंजर्स ने कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चक चंगा, छन्नटाडा व करोल माथरिया गावों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। इससे कई घरों को नुकसान पहुंचा है। गोलाबारी से तंग आ चुके ग्रामीणों ने बुधवार को चकचंगा गाव के मुख्य चौक पर प्रदर्शन कर रोष जताया। उन्होंने सासद व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी कि अगर गोलाबारी बंद नहीं हुई तो वह सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर देंगे। जम्मू संभाग में 7433 बंकर बनकर तैयार
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू संभाग में सीमावर्ती ग्रामीणों को पाकिस्तानी गोलाबारी से बचाने के लिए 7433 बंकर बनकर तैयार हैं। इनमें से 6521 निजी व 912 सामुदायिक बंकर हैं। जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा ने बुधवार को जम्मू में बैठक में बंकर निर्माण का जायजा लिया। उन्होंने जम्मू, सांबा व उधमपुर जिले में सेना के भूमि अधिग्रहण संबंधी मामलों पर विचार विमर्श किया।
डिवीजनल कमिश्नर ने डिप्टी कमिश्नरों को बंकर निर्माण में तेजी के निर्देश दिए। संभाग में अब तक 7433 बंकर बनकर तैयार हैं, लगभग इतने ही बंकर अभी बनना बाकी हैं। बने बंकरों में सांबा में 1522 बंकर हैं। यहां 2130 बंकर बनने हैं। वहीं, जम्मू जिले के कुल 1320 बंकरों में से 1098 बन चुके हैं। कठुआ में 1427 बंकर बन गए हैं। इस जिले कुल में 2126 बंकर बनने हैं। राजौरी में 3141 बंकरों में से 2483 बंकर बन गए हैं। पुंछ जिले के 1188 बंकरों में से 911 बंकर बनाए गए हैं। पुंछ और राजौरी जिले में एलओसी के करीब 7298 बंकर बनाए जा रहे हैं। जम्मू, कठुआ और सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 7162 भूमिगत बंकर बनाए जा रहे हैं। इन बंकरों में 13029 निजी बंकर और 1431 सामुदायिक बंकर हैं। आतंकियों के चार मददगार दबोचे
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सुरक्षाबलों ने बुधवार को श्रीनगर में आतंकी हमले की साजिश को नाकाम बनाते हुए एक पिस्तौल और चार ग्रेनेड बरामद किए हैं। इस सिलसिले में एक स्वास्थ्यकर्मी समेत दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने की भी सूचना है। इसी दौरान, दक्षिण कश्मीर के शोपियां में आतंकी संगठन में सक्रिय होने से पहले सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमलों का मौका तलाश रहे चार ओवरग्राउंड वर्करों को भी सुरक्षाबलों ने समय रहते दबोच लिया। उनके पास से भारी मात्रा में गोला बारूद पकड़ा गया है।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस को तड़के पता चला था कि आतंकियों का एक दल श्रीनगर में किसी वारदात को अंजाम देने के लिए दाखिल होने वाला है। इसके आधार पर तलाशी अभियान चलाए गए। नटीपोरा इलाके में तलाशी लेते हुए सुरक्षाबलों ने एक जगह विशेष से एक बैग बरामद किया। सूत्रों की माने तो वहां कुछ संदिग्ध तत्व थे जो सुरक्षाबलों को आते देख बैग छोड़ भाग निकले। बैग को कब्जे में लेकर जब तलाशी ली तो एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 15 कारतूस और चार हथगोले मिले। सुरक्षाबलों ने दो लोगों को संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह दोनों नटीपोरा में ही रहते हैं और इनमें एक स्वास्थ्यकर्मी बताया जाता है। श्रीनगर में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इस बीच, शोपियां से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को पता चला था कि जिले में सक्रिय आतंकियों के चार ओवरग्राउंड वर्कर अब सक्रिय आतंकी बनने जा रहे हैं। इसके लिए उन्हें आतंकी संगठन ने सुरक्षाबलों पर अलग-अलग जगहों पर ग्रेनेड हमलों का जिम्मा सौंपा है। पुलिस ने इस सूचना के आधार पर सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर शोपियां में तलाशी अभियान चलाए। इन अभियानों के दौरान आतंकी बनने जा रहे चार ओवरग्राउंड वर्कर इम्तियाज अहमद डार निवासी रत्नीपोरा, परवेज अहमद कुमार, सज्जाद अहमद धोबी दोनों निवासी पिजोरा और शाहिद मंजूर निवासी हीलू इमाम साहब पकड़े गए। यह चारों एक लंबे समय से शोपियां जिले में सक्रिय आतंकवादियों तक रसद, हथियार व नकदी पहुंचाने का काम करते थे। आतंकियों के लिए ठहरने का इंतजाम, जरूरत पड़ने पर उनके हथियारों को इधर से उधर पहुंचाते थे। अब यह खुद भी आतंकी बनने जा रहे थे। इनके पास से चार हथगोले और एसाल्ट राइफल के 100 कारतूस व अन्य साजो सामान बरामद किया गया है। इन सभी से पूछताछ जारी है।