.मजदूर नहीं मिल रहे तो मशीन से धान की बुआई
किसानों ने पेडी ड्रम सीडलर से शुरू की बुआई
जागरण संवाददाता, जम्मू : लॉकडाउन के कारण कृषि मजदूरों के नहीं आने से धान की रोपाई पर बने संकट को देखते हुए पेडी ड्रम सीडर से बुआई का मन बनाया है। कई किसानों ने इसकी खरीद भी की है। कृषि विभाग के पास भी कई आवेदन इस मशीन के खरीदने के लिए आए हैं। पांच से छह हजार रुपये में आने वाली यह मशीन स्वचालित है। किसान इसे आसानी से चला सकता है। इस पर अतिरिक्त खर्चा नहीं है। कृषि विभाग इस मशीन पर 50 फीसद की सब्सिडी उपलब्ध करा रहा है। इस मशीन का फायदा यह है कि आपको पनीरी उगाने व बाद में धान की रोपाई की प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। मशीन के ड्रम में पड़ा बीज जब जमीन से गुजरता जाएगा, अपने आप 20-20 सेंटीमीटर की दूरी पर बीज जमीन में गिरते जाएंगे। एक एकड़ में बिजाई करने के लिए महज चार घंटे का समय लगेगा। अरनिया के किसान महेश सिंह का कहना है कि 40 कनाल की भूमि पर धान लगाना है। मौजूदा हालात को देखते हुए धान की रोपाई संभव नहीं है। इसलिए मशीन से सीधे बिजाई करने का निर्णय लिया है। जल्दी ही मशीन खरीदने की तैयारी है। सौहांजना के किसान बलदेव सिंह का कहना है कि नया अनुभव है। काफी किसान इस मशीन के बारे में सोच रहे हैं।
------------------------किसानों का खर्च तो घटेगा ही, समय की भी बचत होगी। पिछले साल कुछ किसानों ने पेडी ड्रम सीडर का इस्तेमाल कर सीधे धान की बिजाई की थी। वहां पर अच्छी फसल पनपी थी और बेहतर पैदावार भी मिली थी। इसलिए मेरी किसानों को सलाह है कि वे मशीन से ही सीधे बिजाई करने के बारे में सोचें। कृषि विभाग ने समय समय पर किसानों को इसके लिए जागरूक भी किया है।
-अरुण जराल
कृषि विभाग, जम्मू