लद्दाख में मोदी के मंत्रियों का इंतजार, जम्मू कश्मीर की तर्ज पर इसी माह शुरू हो सकता है आउटरीच कार्यक्रम
लद्दाख में उम्मीद है कि इसी माह के अंत में केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर की तर्ज पर आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करेगी।
जम्मू, विवेक सिंह। अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने से उत्साहित लद्दाख विकास की नई ऊंचाइयां छूने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के दूत यानी केंद्रीय मंत्रियों के आने का इंतजार कर रहा है। सर्दी में बर्फ से जमे लद्दाख में विकास की गति धीमी हो गई है, लेकिन आर्थिक उन्नति की नई इबारत लिखने के लिए क्षेत्र के निवासियों का हौसला बुलंद है। इसमें केंद्रीय मंत्रियों का दौरा विकास को नए पंख लगा सकता है।
लद्दाख में उम्मीद है कि इसी माह के अंत में केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर की तर्ज पर आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करेगी। ऐसे में इंतजार किए बिना लद्दाख प्रशासन ने भी 21 फरवरी से केंद्र शासित प्रदेश में पहले लद्दाख विंटर कन्क्लेव की तैयारी कर ली है। इस कन्क्लेव के माध्यम ये लद्दाख में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विकल्प तलाशे जाएंगे। इसमें हिस्सा लेने के लिए देश, विदेश के पर्यटकों को आमंत्रित किया जा रहा है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल भी आ सकते हैं।
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख में उम्मीदों का अंबार है। ऐसे में कोशिश है कि न सिर्फ केंद्रीय मंत्री अपितु भाजपा हाईकमान भी लद्दाख आकर विकास को तेजी दे। लद्दाख के सांसद जामियांग सीरिंग नांग्याल ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी लद्दाख में आने का निमंत्रण दिया है।
केंद्र से मिले बजट ने उत्साह बढ़ाया
लद्दाख में बड़े पैमाने पर पर्यटन, विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने बजट में 5958 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इससे लद्दाख प्रशासन उत्साहित है। यह पहली बार है कि लद्दाख को इतने बड़े पैमाने पर बजट का हिस्सा मिला है।
दस गुना अधिक मिला बजट
लद्दाख के भाजपा प्रभारी युद्धवीर सेठी का कहना है कि केंद्र सरकार लेह, कारगिल के विकास को लेकर गंभीर है। ऐसे में लद्दाख को पहले जम्मू कश्मीर के बजट में मिलने वाले 500-700 करोड़ के मुकाबले दस गुना अधिक बजट मिल रहा है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की लद्दाख में भी आउटरीच मुहिम की आयोजन की तैयारी है। दिल्ली चुनाव होने के बाद इसकी रूपरेखा तैयार हो जाएगी।
स्थानीय लोग भी कर रहे इंतजार
लेह हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ग्याल पी वांग्याल का कहना है कि भेदभाव का शिकार होते आए लद्दाख के लोग भी इंतजार कर रहे हैं कि केंद्र के मंत्री जम्मू कश्मीर की तर्ज पर उनके बीच में भी आएं। लद्दाख के ऐसे इलाकों की कोई कमी नही है, जहां पर केंद्र सरकार के मंत्री लोगों के मसलों को जानने के लिए एक बार भी नही आए हैं। उन्होंने बताया कि हम अपनी ओर से भी पूरी कोशिश कर रहे हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लद्दाख ङ्क्षवटर कन्क्लेव का आयोजन हो रहा है, यह 23 फरवरी तक चलेगा।