Jammu : गरीब, बेसहारा बच्चों को निजी कोचिंग सेंटरों में मिलेगी कोचिंग, बनेंगे डाक्टर व इंजीनियर
इन में बारहवीं कक्षा पास कर चुके वे बच्चे शामिल हैं जिनके सिर पर पिता या माता-पिता दोनों का साया नहीं है। इसके अलावा बीपीएल परिवारों से संबंध रखने वाले कुछ मेधावी बच्चे भी शामिल है। इन बच्चों से शिक्षा निदेशालय ने आवेदन मांगे थे
जम्मू, जागरण संवाददाता : शिक्षा निदेशालय जम्मू की पहल पर जम्मू संभाग के 49 गरीब व बेसहारा बच्चों को नामी निजी कोचिंग सेंटरों में पढ़ने का मौका मिला है। इन 49 बच्चों को शिक्षा निदेशालय जम्मू ने कोचिंग सेंटरों में निर्धारित दस प्रतिशत कोटे से दाखिला दिलवाया है और अब ये बच्चे भी अब आर्थिक रूप से संपन्न परिवारों के बच्चों के साथ बेहतर शिक्षा हासिल कर अपना भविष्य बेहतर बना सकेंगे।
इन में बारहवीं कक्षा पास कर चुके वे बच्चे शामिल हैं जिनके सिर पर पिता या माता-पिता दोनों का साया नहीं है। इसके अलावा बीपीएल परिवारों से संबंध रखने वाले कुछ मेधावी बच्चे भी शामिल है। इन बच्चों से शिक्षा निदेशालय ने आवेदन मांगे थे और आवेदनों के आधार पर शिक्षा निदेशालय की ओर से बच्चों का मेरिट बनाया गया जिनमे से 49 बच्चाें को चयनित किया गया। ये बच्चे शिक्षा सत्र 2022-23 के दौरान अब इन कोचिंग सेंटरों में पढ़ेंगे। शिक्षा निदेशालय की ओर से चयनित सूची में बच्चों को अलाट कोचिंग सेंटरों की जानकारी दे दी है और ये बच्चे अब उन कोचिंग सेंटरों से संपर्क कर वहां नीट व जेइइ की कोचिंग हासिल करेंगे।
आर्थिक कमजोरी नहीं बनेगी बाधा
शिक्षा निदेशक जम्मू डा. रवि शंकर शर्मा का कहना है कि मेधावी बच्चों के सामने आर्थिक कमजोरी बाधा न बनें, इसके लिए शिक्षा विभाग अपनी ओर से हर संभव मदद कर रहा है। सरकारी स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है और इन निजी कोचिंग सेंटरों में दाखिला पाने वाले सरकारी स्कूलों मेें पढ़कर बेहतर अंकों से पास हुए है। वहीं जिन कोचिंग सेंटरों में इन बच्चों को दाखिला मिला है वहां पढ़ने के लिए दो से ढाई लाख रुपये तक का खर्च आता है। लेकिन इन बच्चों को वहां निश्शुल्क शिक्षा व पुस्तकें भी कोचिंग सेंटर मुहैया करवाएंगे।वहीं चयनित बच्चों को उनके घरों के नजदीक ही विभिन्न जिलों में खुले कोचिंग सेंटर अलाट किए गए हैं ताकि बच्चों को आने जाने में परेशानी न हो।