Jammu Kashmir: विधानसभा चुनाव बहिष्कार की अटकलों से घबराए उमर ने कश्मीर की जनता से कहा, न दोहराएं ऐसी गलती
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर विधानसभा चुनाव बहिष्कार हुआ तो त्राल जहां से बुरहान वानी और जाकिर मूसा निकले हैं में भाजपा का एमएलए होगा।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को लोगों को चुनाव बहिष्कार के खतरों से आगाह करते हुए कहा कि चुनाव बहिष्कार में बहुत खतरा है। अगर बहिष्कार हुआ तो विधानसभा चुनावों में भी वही होगा जो संसदीय चुनावों में हुआ है।
उमर अब्दुल्ला ने चुनाव बहिष्कार पर अपनी यह प्रतिक्रिया भाजपा पर निशाना साधते हुए ही व्यक्त की है। अलबत्ता, उन्होंने भाजपा का नाम नहीं लिया है। गौरतलब है कि संसदीय चुनावों में राज्य की छह में से तीन सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है जबकि तीन पर नैकां ने। नैकां और पीडीपी ने जम्मू संभाग में अपने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारे थे। इससे पूर्व पंचायत व शहरी निकाय चुनावों का नैकां और पीडीपी ने पूरे राज्य में बहिष्कार किया था। संसदीय चुनावों के दौरान घाटी में त्राल निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा को सबसे ज्यादा वोट मिले हैं।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर विधानसभा चुनाव बहिष्कार हुआ तो त्राल जहां से बुरहान वानी और जाकिर मूसा निकले हैं, में भाजपा का एमएलए होगा। वे लोग यहां कुछ निर्वाचण क्षेत्रों पर नजरें गढ़ाए हुए हैं।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव ने नैकां,पीडीपी समेत विभिन्न क्षेत्रीय दलों के विधानसभा चु़नावों पर स्टैंड पर सवालिया निशान लगाया है।
उमर अब्दुल्ला ने राममाधव का नाम लिए बगैर अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा हैकि नैकां और पीडीपी ने चुनावों से दूरी रखी,इसलिए आपने जम्मू कश्मीर में कुछेक शहरों व कस्बों पर कब्जा कर लिया है। आपको क्या लगता है कि हम विधानसभा चुनावों में भी आपको एक आसान सा वॉकओवर देंगे।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप