हमने पीडीपी से कहा था भाजपा को जम्मू-कश्मीर में जड़ें जमाने का मौका न दें, आज नतीजा सामने है: उमर अब्दुल्ला
जब भी नेकां यहां सत्ता से बाहर रही रियासत के हितों को हमेशा नुक्सान पहुंचा है। नेकां सत्ता मे आने के बाद राज्य की खोयी स्वायत्तता को बहाल करने का हर संभव प्रयास करेगी।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि हमने भाजपा की मुस्लिम विरोधी और जम्मू कश्मीर विरोधी नीतियों को ध्यान में रखते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ उसके गठजोड़ का विरोध किया था। खैर, पीडीपी को रियासत से ज्यादा कुर्सी प्यारी थी और आज उसका नतीजा यहां सभी देख रहे हैं।
आज अनंतनाग के डाक बंग्ले में आयोजित नेकां उम्मीदवार हसनैन मसूदी के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने कहा भाजपा की मुस्लिम विरोधी मानसिकता और नीतियां जगजाहिर हैं। इसलिए हमने पीडीपी से कहा था कि वह भाजपा को जम्मू कश्मीर में जड़ें जमाने का मौका न दे। लेकिन पीडीपी ने कुर्सी की खातिर उसी भाजपा से हाथ मिलाया,जिसके खिलाफउसने यहां लोगों से वोट मांगे थे। पीडीपी- भाजपा गठबंधन सरकार जो बीते साल सत्ता से बाहर हुई है, जब तक यहां सत्ता में रही, हालात सुधारने के बजाय बिगाड़ने में लगी रही। पूरे राज्य में लोगों को क्षेत्रीय और मजहब के आधार पर बांटदिया गया। राज्य की जो थोड़ी बहुत स्वायत्तता बची थी,उसे जीएसटी और सरफेसी एक्ट के जरिए समाप्त कर दिया गया है। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कश्मीर विरोधी नीतियों ने भी हालात बिगाड़े।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस ही सही मायनों में जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे और स्थानीय लोगों के हक के लिए लड़ने वाली जमात है। जब भी नेकां यहां सत्ता से बाहर रही, रियासत के हितों को हमेशा नुक्सान पहुंचा है। नेकां सत्ता मे आने के बाद राज्य की खोयी स्वायत्तता को बहाल करने का हर संभव प्रयास करेगी। पीएसए जैसे कानून को हटाया जाएगा। नेकां हमेशा ही रियासत के विशेष दर्जे और पहचान के खिलाफ होने वाली साजिशों को नाकाम बनाने के लिए प्रयासरत रही है और रहेगी। हम किसी को भी धारा 370 को भंग नहीं करने देंगे।