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उमर अब्दुल्ला-सज्जाद का सरकार पर आरोप, जानबूझकर नहीं दी जा रही बुलेट प्रूफ वाहन खरीदने की इजाजत

मैंने निजी तौर पर एक वाहन खरीदाउसे बुलेट प्रूफ बनवाया और आज भी यह चंडीगढ़ में पड़ा है। प्रदेश सरकार इसकी अनुमति नहीं दे रही है। एडीजी सिक्यारेिटी ने बीते तीन माह से संबधित फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किए है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 07:57 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 07:57 AM (IST)
उमर अब्दुल्ला-सज्जाद का सरकार पर आरोप, जानबूझकर नहीं दी जा रही बुलेट प्रूफ वाहन खरीदने की इजाजत
बुलेट प्रूफ वाहन की खरीद के लिए आवेदन किसी प्रशासनिक अधिकारी की मेज पर धूल खा रहा होगा।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो।पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें निजी तौर पर बुलेट प्रूफ वाहन खरीदने की जानबूझकर अनुमति नहीं देे रही है। सरकार उनकी सुरक्षा के साथ लगातार समझौता कर रही है।

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पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने कहा कि जब यहां किसी की हत्या होती है तो सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की बात होती है। हमें अच्छी तरह पता है कि यहां सुरक्षा को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। मैं जैड प्लस श्रेणी में हूं, लेकिन सुरक्षा चक्र कैसा है, यह बताने की जरुरत नहीं है।

मैंने निजी तौर पर एक वाहन खरीदा, उसे बुलेट प्रूफ बनवाया और आज भी यह चंडीगढ़ में पड़ा है। प्रदेश सरकार इसकी अनुमति नहीं दे रही है। एडीजी सिक्यारिटी ने बीते तीन माह से संबधित फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किए है। यह व्यवहार उस आदमी के साथ है, जिसे जैड प्लस सिक्योरिटी है। उसका कया होगा, जिसे इससे कम स्तर की सिक्योरिटी के वर्ग में रखा गया होगा।

सज्जाद ने कहा कि पांच अगस्त 2019 के बाद यहां यह फैलाया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक लाेग ठग व चोर हैं। नौकरशाह व पुलिस भी इसमें यकीन करने लगी है। राजनीतिज्ञों को राजनीति से, सामाजिक तरीकों से हराया या हटाया जाता है, लेकिन यहां तो अब उन्हें फिजिकली समाप्त किया जा रहा है।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सज्जाद गनी लोन का समर्थन करते हुए कहा कि हम भी दो बुलेट प्रूफ वाहन खरीदाना चाहते हैं क्योंकि कश्मीर में हमारे दो वरिष्ठ नेताओं को पर्याप्त सुरक्षा चक्र नहीं दिया जा रहा है। बुलेट प्रूफ वाहन की खरीद के लिए आवेदन किसी प्रशासनिक अधिकारी की मेज पर धूल खा रहा होगा। 


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