Kashmir: अब नईम अख्तर पर भी लगा पीएसए, मुबारक गुल-तनवीर सादिक को घर में किया नजरबंद
नईम अख्तर को पीएसए के तहत बंदी बनाया जाएगा यह दो दिन पहले ही तय हो गया था। नौकरशाही छोड़ सियासत में सक्रिय हुए शाह फैसल पर भी जल्द ही पीएसए लगाए जाने की संभावना है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नईम अख्तर पर भी छह माह की एहतियातन हिरासत के बाद शनिवार को पीएसए लगा दिया गया। इसके अलावा नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व विधायक मुबारक गुल और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार तनवीर सादिक को रिहा करने के बाद उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया। सबजेल एमएलए हाॅस्टल में अब सिर्फ छह लोग ही एहतियातन हिरासत में रह गए हैं।
नईम अख्तर को पीएसए के तहत बंदी बनाया जाएगा, यह दो दिन पहले ही तय हो गया था। नौकरशाही छोड़ सियासत में सक्रिय हुए शाह फैसल पर भी जल्द ही पीएसए लगाए जाने की संभावना है। पांच अगस्त 2019 के बाद केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य में जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत बंदी बनाए जाने वाले नईम अख्तर मुख्यधारा की सियासत से जुड़े छठे नेता हैं। उनसे पहले नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष डाॅ फारुक अब्दुल्ला पर 17 सितंबर 2019 को पीएसए लगाया गया था। इसके बाद गत वीरवार को पूर्व मुख्यमंत्री और नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, नेकां महासचिव अली मोहम्मद सागर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती व उनके मामा सरताज मदनी को भी पीएसए के तहत बंदी बनाया गया।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि पांच अगस्त 2019 को एहतियातन हिरासत में लिए गए नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व विधायक और जम्मू कश्मीर विधानसभा के पूर्व स्पीकर मुबारक गुल व उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार तनवीर सादिक को आज दोपहर को सबजेल एमएलए हॉस्टल से रिहा कर दिया गया । दोनों नेता जैसे ही अपने घर पहुंचे, पुलिस ने दोनों को अगले आदेश तक नजरबंद कर दिया।
सबजेल एमएलए हॉस्टल में बंद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नईम अख्तर को भी आज रिहा कर दिया गया। इससे पहले कि वह अपने घर पहुंचते, पुलिस ने उन्हें पीएसए के तहत दोबारा हिरासत में ले, गुपकार रोड पर स्थित एम-5 सरकारी बंगले में कैद कर दिया। इस बंगले को सबजेल का दर्जा दिया गया है। सरताज मदनी और अली मोहम्मद सागर को भी पीएसए के तहत गत वीरवार से इसी बंगले में रखा गया है। एम-5 को वर्ष 2016-17 के दौरान पूर्व जम्मू कश्मीर राज्य के तत्कालीन वन मंत्री चौधरी लाल सिंह काे बतौर सरकारी निवास उपलब्ध कराया गया था।