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स्कॉस्ट का नाम अब जम्मू कृषि विवि होगा, 29 मई को विवि की गवर्नेंस बैठक में बनी थी सहमति

जम्मू के चट्ठा कैंपस में इसे स्थापित किया गया। स्कॉस्ट जम्मू ने कश्मीर की स्कॉस्ट की तुलना में उतनी तरक्की नहीं की। स्कॉस्ट कश्मीर में अधिक फैकल्टी है जबकि जम्मू में कम है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 10:41 AM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 10:41 AM (IST)
स्कॉस्ट का नाम अब जम्मू कृषि विवि होगा, 29 मई को विवि की गवर्नेंस बैठक में बनी थी सहमति
स्कॉस्ट का नाम अब जम्मू कृषि विवि होगा, 29 मई को विवि की गवर्नेंस बैठक में बनी थी सहमति

जम्मू, सतनाम सिंह : शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान और तकनीक विश्वविद्यालय जम्मू (स्कॉस्ट) का नाम बदलकर जम्मू कृषि विवि रखने की तैयारी शुरू हो गई है। स्कॉस्ट की टीङ्क्षचग एसोसिएशन काफी समय से विवि का नाम बदलने की मांग कर रही है। वाइस चांसलर प्रो. आरके गुप्ता ने कहा कि यह सरकार का नीतिगत फैसला है।

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टीचिंग एसोसिएशन के प्रधान डॉ. विकास शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने फरवरी 2020 में इस मुद्दे को उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के समक्ष उठाया था। इसके बाद 12 मई को उपराज्यपाल की तरफ से वाइस चांसलर को पत्र आया। इसके बाद वीसी की अध्यक्षता में 29 मई को विवि की गवर्नेंस बैठक हुई, जिसमें सहमति बनी कि स्कॉस्ट का नाम बदलकर जम्मू कृषि विश्वविद्यालय रखा जाना चाहिए। विवि के रजिस्ट्रार की तरफ से उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव को तीन जून 2020 को पत्र लिखकर कहा गया कि सरकार के नीतिगत फैसले के तहत स्कॉस्ट का नाम बदलकर कृषि विवि रखने पर विश्वविद्यालय को कोई आपत्ति नहीं है।

एसोसिएशन के महासचिव डॉ. विवेक आर्या का कहना है कि हम तर्क देते रहे हैं कि अन्य प्रदेशों में विश्वविद्यालयों के नाम जगहों के नाम पर हैं। जैसे असम कृषि विवि, पंजाब कृषि विवि लुधियाना, राजस्थान कृषि विवि व हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय।

प्रदेश में एक जम्मू व दूसरी कश्मीर में है कृषि विविः अब तक इस मुद्दे को टीचिंग एसोसिएशन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह व अन्य नेताओं के समक्ष उठाया था। इसके अलावा पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा व सत्यपाल मलिक को भी ज्ञापन सौंपा था। टीचिंग एसोसिएशन ने वर्ष 2016 से यह मांग तेज की थी। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से उम्मीद बंधी थी कि अब यह संभव हो सकता है। प्रदेश में दो कृषि विश्वविद्यालय जिसमें एक जम्मू और दूसरी कश्मीर में है।

वर्ष 1982 में अस्तित्व में आया था विविः जम्मू कश्मीर में वर्ष 1982 में शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान और तकनीक विश्वविद्यालय एक्ट के तहत अस्तित्व में आया था। उस समय यह विवि श्रीनगर में थी। जम्मू में कृषि विवि स्थापित करने के लिए आंदोलन होता रहा। बाद में सरकार ने 1999 एक्ट में संशोधन करते हुए जम्मू में भी शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान और तकनीक विश्वविद्यालय स्थापित कर दिया। जम्मू के चट्ठा कैंपस में इसे स्थापित किया गया। स्कॉस्ट जम्मू ने कश्मीर की स्कॉस्ट की तुलना में उतनी तरक्की नहीं की। स्कॉस्ट कश्मीर में अधिक फैकल्टी है, जबकि जम्मू में कम है। 


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