Union Territory Ladakh: लद्दाख के युवाओं के सपने साकार करने को सेना हाजिर
यह ट्रस्ट लद्दाखी बच्चों को बेहतर भविष्य हासिल करने की राह दिखाने के साथ उन्हें लिखित परीक्षा पास करने के लिए तैयार करेगी। बारह महीने तक ट्रैनिंग देने की यह सारी मुहिम सेना की देखरेख में चलाई जाएगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: भारतीय सेना लद्दाख इग्नाइटेड माइंड्स (प्रज्वलित हृदय) प्रोजेक्ट से क्षेत्र के युवाओं के डाक्टर, इंजीनियर बनने के सपने साकार करने के लिए हाजिर है।
इस प्रोजेक्ट के तहत चुने हुए लद्दाखी युवाओं को 12 महीने तक हास्टल में रखकर उन्हें मेडिकल व इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए सेना की चौदह कोर ने कानपुर की गैर सरकारी शिक्षा संस्था नेशनल इंटेगरिटी एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन व हिन्दोस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
सेना की 14 कोर मुख्यालय लेह में इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के कार्यक्रम में लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल, उप राज्यपाल के सलाहकार, लेह हिल डेवलपमेंट काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ताशी ग्यालसन, सेना की 14 कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन, हिन्दोस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के चीफ रीजनल मैनेजर प्रिंस सिंह व गैर सरकारी संस्था नेशनल इंटेगरिटी एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन के प्रबंध ट्रस्टी डा रोहित श्रीवास्तव मौजूद थे।
लद्दाखी युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू करने वाली सेना ने सोच-समझकर कानपुर की एजुकेशनल ट्रस्ट को इस कार्य के लिए चुना है। यह ट्रस्ट लद्दाखी बच्चों को बेहतर भविष्य हासिल करने की राह दिखाने के साथ उन्हें लिखित परीक्षा पास करने के लिए तैयार करेगी। बारह महीने तक ट्रैनिंग देने की यह सारी मुहिम सेना की देखरेख में चलाई जाएगी।
इस मौके पर विचार व्यक्त करते हुए सेना के अधिकारियों ने बताई कि पूरी कोशिश की जा रही है कि लद्दाख के बच्चों को रोजगार के अच्छे साधन देकर उनके भविष्य को बेहतर बनाया जाए। ऐसे में शुरू किए गए प्रोजेक्ट के तहत मेडिकल व इंजीनियरिंग के लिए भाग्य आजमा रहे युवाओं को चुनकर उन्हें हर प्रकार का सहयोग दिया जाएगा।