इंडियन सुपर लीग आैर आइ लीग में घरेलू खिलाड़ियों को मिलेगी तरजीह
पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर अरुण मल्होत्रा ने कहा कि जमीनी सतह पर कोचिंग कैंप आयोजित करने से देश के खिलाड़ियों का फुटबॉल में स्वर्णिम भविष्य बन सकता है।
जम्मू, विकास अबरोल। देश के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों को अगले वर्ष आयोजित होने वाली इंडियन सुपर लीग (आइसीएल) और आइ लीग में विदेशी खिलाड़ियों से अधिक घरेलू खिलाड़ियों को तरजीह दी जाएगी। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) के पदाधिकारियों की वेबिनार के माध्यम से पिछले दिनों बैठक हुई, जिसमें खेलमंत्री किरण रिजिजू सहित भारतीय फुटबॉल टीम के नेशनल कोच इगोर स्टिमक, जम्मू-कश्मीर के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अरुण मल्होत्र सहित क्रोशिया के ज्लाटको डालिक भी शामिल हुए।
ज्लाटको ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन को सुझाव दिया कि जब तक भारतीय फुटबॉल टीम में विदेशी खिलाड़ियों से अधिक स्थानीय प्रतिभा को तरजीह नहीं मिलेगी तब तक फुटबॉल का भविष्य स्वर्णिम नहीं हो सकेगा और सुनील छेत्री जैसे खिलाड़ी कैसे निखरकर सामने आ सकेंगे। उन्होंने पांच विदेशी खिलाड़ियों की बजाय चार खिलाड़ियों को टीम में जगह देने का सुझाव दिया। इस पर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने तुरंत उनका सुझाव स्वीकृत किया। अब भविष्य में तीन यूरोपीय देशों और एक एशियन देश से विदेशी खिलाड़ियों को टीम में खेलने का मौका मिल सकेगा।
कैंप आयोजित करने से स्थानीय खिलाड़ियों का स्वर्णिम भविष्य बनेगा : अरुण मल्होत्रा :
पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर अरुण मल्होत्रा ने एआइएफएफ की तकनीकी कमेटी के फैसले को उचित ठहराया है। उन्होंने कहा कि जमीनी सतह पर कोचिंग कैंप आयोजित करने से देश के खिलाड़ियों का फुटबॉल में स्वर्णिम भविष्य बन सकता है। उन्होंने बताया कि ज्लाटको डालिक क्रोशिया फुटबॉल टीम के कोच हैं और उनकी अगुवाई में क्रोशिया की फुटबॉल टीम ने वर्ष 2018 में फीफा वल्र्ड कप के फाइनल में जगह बनाई थी। उम्मीद है कि इस फैसले से अब देश के अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ी आइसीएल व इंडियन लीग में अपनी प्रतिभा साबित कर सकेंगे।
49वां अंतरराष्ट्रीय रौन-दोमेल केसरी दंगल का स्थगित
जेएंडके इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन ने 18 मई को ऊधमपुर के रौन-दोमेल में आयोजित होने वाले 49वें अंतरराष्ट्रीय रौन-दोमेल केसरी दंगल का स्थगित करने का फैसला लिया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव कुमार शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें फोन के माध्यम से ही आयोजकों के साथ बातचीत के बाद सर्वसम्मति से लॉकडाउन को मद्देनजर दंगल को स्थगित रखने का फैसला लिया गया। इसमें देश-विदेश के पहलवानों को भाग लेना था। बैठक में नम्बरदार धर्मपाल सिंह रनयाल, ओम प्रकाश वर्मा, राजेंद्र कुमार रनयाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया।