Kashmir: एनआइटी श्रीनगर में पढ़ रहे गैर स्थानीय छात्रों ने भी होस्टल छोड़े, एसआरटीसी की 33 बसों से जम्मू रवाना हुए
लगभग 800 छात्र कश्मीर में स्थित एनआइटी कालेज में पढ़ रहे हैं जिनमें से आधे देश के विभिन्न राज्यों से हैं।
श्रीनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर सरकार ने शनिवार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी श्रीनगर (एनआइटी) में पढ़ रहे गैर-स्थानीय छात्रों से भी होस्टल खाली करवा लिए। एनआइटी कालेज प्रबंधन ने शाम को नोटिस जारी करते हुए कहा कि अगले आदेश तक संस्थान में कक्षा स्थगित रखी गई हैं। प्रबंधन ने यह नोटिस गृह विभाग द्वारा अमरनाथ श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कश्मीर घाटी छोड़ने संबंधी जारी की गई सलाह के बाद जारी किया है। प्रबंधन के इस आदेश के बाद होस्टल में असमंजस फैल गया और बाहरी राज्यों से यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों ने आनन-फानन में अपना सामान समेट घरों को लौटने की तैयारी शुरू कर दी। हालांकि बच्चों को कश्मीर से बाहर निकालने के लिए एसआरटीसी की आेर से 33 बसों की व्यवस्था भी की गई थी।
शनिवार सुबह एनआइटी के दर्जनों छात्र अपना सामान लेकर सड़कों पर बसों का इंतजार करते हुए देखे गए। लगभग 800 छात्र कश्मीर में स्थित एनआइटी कालेज में पढ़ रहे हैं जिनमें से आधे देश के विभिन्न राज्यों से हैं।
एनआइटी के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें प्रबंधन ने आदेश दिया था कि बाहरी राज्यों से यहां पढ़ने वाले बच्चों को घर भेज दिया जाए। बच्चों को कश्मीर से बाहर निकालने के लिए एसआरटीसी की आेर से 33 बसों की व्यवस्था भी की गई थी। हमें इस बात की जानकारी भी नहीं है कि आखिरकार यह निर्णय क्यों लिया गया है। वहीं बसों का इंतजार कर रहे विद्यार्थी ने भी कुछ इसी तरह का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने नोटिस जारी करते हुए तुरंत होस्टल खाली करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे अपना सामान समेट कर मुख्य गेट पर पहुंच जाएं वहां उन्हें ले जाने के लिए बसें इंतजार कर रही हैं।
वहीं प्रशासन ने घाटी में फंसे पर्यटकों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए बसों व अतिरिक्त हवाई सेवाओं की भी व्यवस्था की है। इस बीच सैकड़ों पर्यटक टूरिस्ट रिसेपशन सेंटर के बाहर वाहनों का इंतजार करते हुए देखे गए। अधिकारियों ने कहा कि सरकार ने श्रीनगर हवाई अड्डे और जम्मू में पर्यटकों को स्थानांतरित करने के लिए बसों की व्यवस्था की है। सरकारी आदेश के बाद फैली अफरा-तफरी के कारण कई पर्यटकों ने कश्मीर से जल्द से जल्द निकलने के लिए हवाई टिकट व टैक्सी के लिए अतिरिक्त रूपयों का भुगतान भी किया।
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