स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने जारी किया फरमान-तबादले के लिए सिफारिश करवाई तो होगी कार्रवाई
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सभी विभागीय प्रमुखों से इसे गंभीरता से लेते हुए किसी भी राजनीतिज्ञ या फिर किसी अन्य हस्ती की सिफारिश न भेजने को कहा। अगर ऐसा हुआ तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा। अगर किसी को तबादला करवाना है तो नियमों के तहत आए।
श्रीनगर, संवाद सहयोगी : स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी भी डाक्टर या फिर पैरामेडिकल स्टाफ के कर्मचारी ने तबादले के लिए किसी नेताओं या फिर अन्य किसी हस्ती से सिफारिश करवाई तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह कहा गया कि यह देखने में आ रहा है कि कुछ डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ सदस्य तबादलों के लिए सिफारिश करवा रहे हैं। यह सेवा नियमों का उल्लंघन है और इसे काफी गंभीरता से लिया गया है। सामान्य प्रशासनिक विभाग ने भी दो फरवरी 2017 को इस बारे में सर्कुलर जारी किया था। यह विभाग के कामकाज में हस्तक्षेप भी है।
उन्होंने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सभी विभागीय प्रमुखों से इसे गंभीरता से लेते हुए किसी भी राजनीतिज्ञ या फिर किसी अन्य हस्ती की सिफारिश न भेजने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा। अगर किसी को तबादला करवाना है तो नियमों के तहत आए। वहीं प्रमुख सचिव ने विभाग के सभी कर्मचारियों को बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने के भी निर्देश दिए।
कश्मीर विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति बनीं नीलोफोर खान : अध्यापन में 30 साल का अनुभव रखने वाली प्रो. नीलोफर खान कश्मीर विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति नियुक्त की गईं। वह कश्मीर विवि में गृह विज्ञान विभाग की प्रोफेसर हैं। प्रो. तलत अहमद का तीन साल का कार्यकाल अगस्त 2021 में समाप्त हुआ था। तभी से कुलपति का यह पद रिक्त पड़ा हुआ था।
प्रो. नीलोफर शनिवार को वीसी का पद संभाल सकती हैं। उपराज्यपाल सचिवालय ने दोपहर नोटिस में कहा कि कुलपति का कार्यकाल तीन साल का होगा, जिसकी अवधि कार्यभार ग्रहण करने के दिन से प्रभावी होगी। इसमें कहा गया है कि नियम और शर्ते अलग से अधिसूचित की जाएंगी।
प्रो. खान कुछ साल पहले विश्वविद्यालय में 'डीन स्टूडेंट वेलफेयर' के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला बनी थीं। बता दें कि प्रो. तलत अहमद ने अगस्त 2018 में कुलपति के रूप में सेवाएं देना शुरू किया था। कुलपति के रूप में प्रो. अहमद का दूसरा कार्यकाल पूरा हो गया है।