लद्दाख में सैन्य ताकत बढ़ाने के साथ पर्यटन से आर्थिक उन्नति लाएंगे नए पुल
चीन पाकिस्तान जैसे देशों से सीमाएं साझा करने वाले लद्दाख के दूरदराज इलाकों में बन रहे नए पुल क्षेत्र में सेना की ताकत बढ़ाने के साथ पर्यटन को भी बल देंगे। इस समय लद्दाख में 45 नए पुल बनाने का काम जोरशोर से जारी है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । चीन, पाकिस्तान जैसे देशों से सीमाएं साझा करने वाले लद्दाख के दूरदराज इलाकों में बन रहे नए पुल क्षेत्र में सेना की ताकत बढ़ाने के साथ पर्यटन को भी बल देंगे। इस समय लद्दाख में 45 नए पुल बनाने का काम जोरशोर से जारी है। आठ पुलों को लोकार्पित करने के बाद सीमा सड़क संगठन अगले दो सालों में 45 नए पुल बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। यह कार्य देश के किसी अन्य हिस्से में हाेता तो ये पुल एक साल में बन जाते। लेकिन लद्दाख के दुर्गम हालात में साल में काम करने के लिए 5 से छह महीने ही उचित होते हैं। ऐसे में इन पुलों को बनाने में दो साल का समय लग जाएगा। इस समय कोरोना से उपजे हालात भी विकास की राह में रूकावटें डाल रहे हैं।
नीमो में बनाया गया नया पुल 70 टन भार बर्दाश्त करने की क्षमता रखता है
सीमा सड़क संगठन चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सेना की बुनियाद को मजबूत बना रहा है। ऐसे में नए पुल भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए बनाए जा रहे हैं। ऐसे में सीमा सड़क संगठन द्वारा लेह के नीमो में बनाया गया नया पुल 70 टन भार बर्दाश्त करने की क्षमता रखता है। पुराना पुल सिर्फ 24 टन भार उठाने में सक्षम था, ऐसे में उससे बड़े टैंक गुजाराना जोखिम भरा था। सीमा सड़क संगठन के एक अधिकारी ने जागरण को बताया कि नया पुल सेना के बड़े वाहन पर लदे टैंक को अपनी मंजिल तक पहुंचाने में सक्षम है।
इसी बीच जिन आठ पुलों को सोमवार को देश को समर्पित किया था, उनमें से 3 जोजिला-कारगिल- लेह सड़क पर, 2 खल्सर-ससोमा सड़क व 1-1 पुल सांकू-कुनोर-सपिला-मुल्बेक, नीमो-पदम-दारचा व दुरबुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी सड़क पर है। सीमा सड़क संगठन द्वारा बनाए गए ये सभी पुल 24 से 80 मीटर तक लंबे। हिमाचल की ओर से सेना को जल्द लेह तक पहुंचाने के लिए इस समय नीमो-पदम-दारचा सड़क को विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर मुहिम जारी है। यह सड़क तैयार है व इसके ऐसे इलाकों में पुल बन रहे हैं तो नालों के बीच में से होकर गुजरते थे। नीमो-पदम-दारचा सड़क मनाली से जंस्कार होते हुए लेह पहुंचने के लिए एक अतिरिक्त हाइवे के रूप में विकसित हो रहा है। नए पुल दूरदराज इलाकों में विकास की शुरूआत के प्रतीक हैं। ये पुल देश की सुरक्षा को पुख्ता करने के साथ साथ पर्यटन को भी बढ़ावा देकर लोगों के जीवन में आर्थिक उन्नति भी लाएंगे।