इस सब के बावजूद, एक लाख से अधिक श्रद्धालु सीधे पहलगाम व बालटाल पहुंचे
इस बार अभी तक दो बार यात्रा को स्थगित किया गया है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अनुसार 13 दिनों में 157618 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए हैं।
जम्मू, [राज्य ब्यूरो]। बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए अभी तक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने जम्मू से रवाना होने वाले जत्थे में शामिल हुए बिना पहलगाम व बालटाल पहुंच कर यात्रा की है। आंकड़ों से साफ है कि इस बार भी अधिकतर श्रद्धालुओं ने जम्मू में रुके बिना सीधे पहलगाम व बालटाल पहुंच कर यात्रा करने को प्राथमिकता दी है।
आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर से 13 दिनों में करीब तीस हजार श्रद्धालु जत्थे में शामिल होकर यात्रा पर गए। इस बार अभी तक दो बार यात्रा को स्थगित किया गया है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अनुसार 13 दिनों में 157618 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए हैं। इससे साफ है कि एक लाख बीस हजार से अधिक श्रद्धालु जम्मू में यात्री निवास में आए बिना पहलगाम व बालटाल पहुंच कर पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए हैं। अब तक 28 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने तत्काल पंजीकरण करवा कर यात्रा की है। देश के कोने-कोने से आने वाले अधिकतर श्रद्धालुओं की कोशिश होती है कि वे सीधे कश्मीर पहुंच जाएं ताकि समय की बचत हो।
जम्मू के यात्री निवास में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को रात्रि विश्राम करना पड़ता है और सुबह जत्था रवाना होता है। सीधे पहुंचने वाले अधिकतर श्रद्धालुओं ने एडवांस पंजीकरण करवाया होता है। जिनके पास एडवांस पंजीकरण नहीं होता, वो जम्मू, बालटाल या पहलगाम में तत्काल पंजीकरण करवा लेते हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अनंतनाग में श्रद्धालुओं पर हुए आतंकी हमले के बाद भी कोई कमी नहीं आई है। यात्री निवास भगवती नगर से बुधवार सुबह 3791 श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ। जत्थे में 3023 पुरुष, 721 महिलाएं और 47 साधु शामिल थे, जो 72 बसों और 78 हल्के वाहनों पर सवार होकर यात्रा पर गए। हालांकि सुबह तेज बारिश हो रही थी, लेकिन बाबा बर्फानी के भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था।
यात्री निवास से 3791 श्रद्धालुओं का जत्था रवाना
बाबा अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। आतंकी हमले और तेज बारिश के बावजूद बाबा बर्फानी के भक्त बेखौफ पवित्र गुफा के दर्शन के लिए रवाना हो रहे हैं। यात्री निवास भगवती नगर से बुधवार सुबह 3791 श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ।
जत्थे में 3023 पुरुष, 721 महिलाएं और 47 साधु शामिल थे, जो 72 बसों और 78 हल्के वाहनों पर सवार होकर यात्रा पर गए। यात्रा शुरू होने के बाद से अभी तक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने जम्मू से रवाना होने वाले जत्थे में शामिल हुए बिना पहलगाम व बालटाल पहुंच कर यात्रा की है। आंकड़ों से साफ है कि इस बार भी अधिकतर श्रद्धालुओं ने जम्मू में रुके बिना सीधे पहलगाम व बालटाल पहुंच कर यात्रा करने को प्राथमिकता दी है। आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर से 13 दिनों में करीब तीस हजार श्रद्धालु जत्थे में शामिल होकर यात्रा पर गए। इस बार अभी तक दो बार यात्रा को स्थगित किया गया है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अनुसार 13 दिनों में 157618 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए हैं। इससे साफ है कि एक लाख बीस हजार से अधिक श्रद्धालु जम्मू में यात्री निवास में आए बिना पहलगाम व बालटाल पहुंच कर पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए हैं। अब तक 28 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने तत्काल पंजीकरण करवा कर यात्रा की है। देश के कोने-कोने से आने वाले अधिकतर श्रद्धालुओं की कोशिश होती है कि वे सीधे कश्मीर पहुंच जाएं ताकि समय की बचत हो। जम्मू के यात्री निवास में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को रात्रि विश्राम करना पड़ता है और सुबह जत्था रवाना होता है। सीधे पहुंचने वाले अधिकतर श्रद्धालुओं ने एडवांस पंजीकरण करवाया होता है। जिनके पास एडवांस पंजीकरण नहीं होता, वो जम्मू, बालटाल या पहलगाम में तत्काल पंजीकरण करवा लेते हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अनंतनाग में श्रद्धालुओं पर हुए आतंकी हमले के बाद भी कोई कमी नहीं आई है।
दिल्ली से आई युवतियों को नहीं आतंकियों की परवाह
बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए पहली बार दिल्ली से आई युवतियों ने जोश भरे स्वर में कहा कि दहशत फैलाकर किसी भी श्रद्धालु के मन से आस्था को खत्म नहीं किया जा सकता। दिल्ली के तिलक नगर से छह युवतियों के इस दल में शामिल सभी का जोश और उत्साह देखते ही बन रहा है। सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए इन युवतियों ने बाबा अमरनाथ के दर्शनों के लिए बालटाल मार्ग से तत्काल पंजीकरण करवाया।दल में शामिल निधि ने बताया कि वह कॉलेज की छात्रा हैं और उनके साथ छोटी बहन और दो दोस्त आई हैं।
परिवारवालों ने अकेले यात्रा पर जाने के लिए मना तो किया था, लेकिन उन्हें कई वर्षो से अमरनाथ यात्रा पर आने की इच्छा थी। दिल्ली से मंगलवार की शाम उनकी बस रवाना हुई। उस समय तक कश्मीर के अनंतनाग में श्रद्धालु बस पर हुए आतंकी हमले और उसमें मारे गए श्रद्धालुओं की जानकारी मिल गई थी।घरवाले डर रहे थे, लेकिन उन्होंने यह कहकर उनका मनोबल बढ़ाया कि यदि उनकी उम्र यहीं तक लिखी होगी तो मौत कहीं भी आ सकती है। निधि ने कहा कि आतंकी यदि यह सोचते हैं कि इस तरह दहशत फैलाकर वह शिव भक्तों के कदमों को रोक सकते हैं तो वे गलत हैं। जितना अधिक वे बाबा अमरनाथ यात्रा को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे, उतने अधिक शिव भक्त यात्रा में शामिल होने के लिए आएंगे।
उन्होंने यात्रा के लिए पंजीकरण करवाने वाले अन्य श्रद्धालुओं से भी कहा कि वे आतंकी हमलों से डरकर यात्रा पर आने का मन न बदलें। इस तरह वे आतंकियों, राष्ट्र विरोधियों के मनोबल को बढ़ाने का काम करेंगे। उनके साथ आई प्रीति गुप्ता ने भी बाबा के भक्तों से आह्वान किया कि वे यात्रा पर अवश्य आएं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर सरकार व सुरक्षा कर्मियों के दिशानिर्देशों, सुझावों का पालन भी करें ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित हो।