Jammu Kashmir: 33 लाख से अधिक लोगों का हुआ टीकाकरण, एनजीपी का आरोप-टीकाकरण अभियान ठंडा पड़ने लगा
जम्मू-कश्मीर में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की धीमी रफ्तार जारी है। गत मंगलवार को 13384 और लोगों का टीकाकरण होने के साथ ही अब तक 3324227 लोगों का टीकाकरण हो गया। 45 साल से अधिक आयु वर्ग में 70 फीसद से अधिक लोगों का टीकाकरण हुआ है
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की धीमी रफ्तार जारी है। गत मंगलवार को 13,384 और लोगों का टीकाकरण होने के साथ ही अब तक 33,24,227 लोगों का टीकाकरण हो गया। 45 साल से अधिक आयु वर्ग में 70 फीसद से अधिक लोगों का टीकाकरण हुआ है लेकिन श्रीनगर, कुपवाड़ा सहित कई जिलों में अभी भी बहुत कम टीकाकरण हो रहा है।
उधर जम्मू संभाग के सांबा जिले में 98.21 फीसद लोगों का टीकाकरण हो चुका है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को श्रीनगर जिले में 1529 लोगों का टीकाकरण हुआ। वहीं अनंतनाग में 1254, बारामुला में 2486 लोगों ने टीके लगवाए। जम्मू संभाग में रामबन जिले में 68, राजोरी में 1260, डोडा में 985 लोगों का टीकाकरण हुआ। स्वास्थ्य विभाग को उम्मीद है कि टीकाकरण अभियान में भाग लेने के लिए लोग आगे आएंगे। लख्य को हासिल कर लिया जाएगा।
इसी बीच नेशनलिस्ट जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष रणदीप सिंह परिहार ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए चलाया जा रहा टीकाकरण अभियान ठंडा पड़ने लगा है। टीकाकरण केंद्रों पर दवा ही उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि समय पर दवा उपलब्ध कराए। भारत बड़ी जनसंख्या वाला देश है। यहां पर सभी को टीके लग पाएं, इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने की जरूरत है।
जम्मू कश्मीर में आरंभ में अभियान ठीक से चला, लेकिन अब तमाम केंद्रों पर टीके की उपलब्धता ही नही है। डा. परिहार ने केंद्र सरकार से कहा कि दवा बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जाए। अगर सरकार देश व्यापी अभियान नही चला पा रही तो पार्टीज बैठक बुलाई जाए और सभी से राय ली जाए। इस समय देश कोरोना से लड़ रहा है और कोरोना से बचाव के लिए सभी का टीकाकरण होना जरूरी है। इसलिए सभी पार्टियों की एक बैठक बुलाने की जरूरत है। डा. परिहार ने कहा कि कहीं न कहीं गलती हो रही है। भारत देश को बड़े पैमाने पर दवा का निर्माण करना है।