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जम्मू-कश्मीर में पांच स्तरीय घेरे में रहेंगे मोदी, जम्मू पहुंची एसपीजी

जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग से बॉर्डर की ओर जाने वाले तमाम रास्तों पर नाके लगाए हैं। 30 किलोमीटर के बॉर्डर के तमाम रास्ते पर पुलिस के अलावा सीआरपीएफ जवान को तैनात किया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 04:49 PM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 04:49 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर में पांच स्तरीय घेरे में रहेंगे मोदी, जम्मू पहुंची एसपीजी

जम्मू, जागरण संवाददाता। तीन फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में पांच हजार जवान तैनात होंगे। मोदी पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे। उनकी सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) जम्मू पहुंच चुका है। एसपीजी के कमांडो विजयपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के शिलान्यास के साथ संबोधन स्थल के 100 मीटर क्षेत्र को अपने घेरे में ले लेंगे। जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगता विजयपुर संवेदनशील है। शिलान्यास स्थल से पाक सीमा 26 किलोमीटर दूर है। इसलिए सुरक्षा एजेंसियां कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।

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पीएम के काफिले में जैमर से लैस गाड़ी तैनात रहेगी

मोदी की पांच स्तरीय सुरक्षा घेरे के पहले चक्र में एसपीजी कमांडो तैनात होंगे। दूसरे घेरे में प्रधानमंत्री के निजी सुरक्षा गार्ड होंगे। यह प्रशिक्षित कमांडो होते हैं। तीसरे सुरक्षा चक्र में नेशनल सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) मोर्चा संभालेगा। चौथे चक्र में कमांडो और पुलिस कवर के साथ कुछ अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस वाहनों की चौकसी रहेगी। पांचवें घेरे में अर्धसुरक्षा बल जिसमें सेना, सीआरपीएफ, एसओजी, एसएसजी के अलावा राज्य पुलिस के जवान तैनात होंगे। मोदी के साथ बुलेटप्रुफ बीएमडब्ल्यू सात कारें चलेंगी। प्रधानमंत्री किस कार में होंगे, इसका फैसला आखिरी वक्त में लिया जाएगा। पीएम के काफिले में एक जैमर से लैस गाड़ी तैनात रहेगी, जिसमें दो एंटिना लगे रहते हैं। यह सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी पर रखे विस्फोटक को निष्क्रिय करने में सक्षम होंगे।

बॉर्डर के रास्ते पर पुलिस व सीआरपीएफ जवान तैनात

समारोह स्थल से 30 किलोमीटर के बॉर्डर के तमाम रास्ते पर पुलिस के अलावा सीआरपीएफ जवान को तैनात किया है। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग से बॉर्डर की ओर जाने वाले तमाम रास्तों पर नाके लगाए हैं। बॉर्डर पर बीएसएफ के जवान चौकसी बरतेंगे।

मंच और लोगों के बीच पचास मीटर का फासला होगा

जिस मंच से प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे, उस मंच से लेकर लोगों के बीच कम से कम पचास मीटर का फासला होगा। प्रधानमंत्री जनसभा सम्मेलन की सुरक्षा का थ्री-टियर घेरा रहेगा। जनसभा में उपस्थित होने वाले वीआइपी व आम लोगों की आवाजाही भी अलग रास्तों से होगी। एम्स स्थल के मुख्य प्रवेश द्वार के अलावा वीआइपी, पार्टी वरिष्ठ नेताओं, सरकारी अधिकारियों व आम जनता की आवाजाही के अलग रास्ते होंगे। इन्हीं अलग रास्तों के माध्यम से हर व्यक्ति की गहन जांच करने के बाद जनसभा स्थल की तरफ बढ़ने दिया जाएगा। हाईवे के अलावा एम्स स्थल के बाहरी पांच किमी के दायरे की सुरक्षा का घेरा मजबूत बनाया जा रहा है। जन-सम्मेलन के 24 घंटे पहले मंच स्थल तथा अन्य खास जगहों की घेराबंदी कर आने-जाने वाले लोगों पर रोक लग जाएगी। एम्स शिलान्यास तथा प्रधानमंत्री जन-संबोधन को लेकर केंद्रीय व राज्य की एक दर्जन सुरक्षा कंपनियों के अलावा विभिन्न गुप्तचर एजेंसियां तैनात हैं।


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