Jammu Kashmir: राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर मिशन स्टेटहुड के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
मिशन स्टेटहुड के प्रधान सुनील डिम्पल ने प्रदर्शनकारियों की अगुआई करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने तानाशाही करते हुए जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीना है और इसे एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया है। केंद्र सरकार का यह कदम जम्मू-कश्मीर के लोगाें को स्वीकार नहीं
जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने, महाराजा हरि सिंह के जन्मदिन पर सरकारी अवकाश घोषित करने तथा किसानों की जायज मांगों को पूरा करने के मुद्दे पर मिशन स्टेटहुड के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को न्यू प्लाट क्षेत्र में केंद्र सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर के नई जमीनी कानून व साल 2021 के सरकारी अवकाश वाले कैलेंडर की कापियां जलाकर अपने गुस्से का इजहार भी किया।
मिशन स्टेटहुड के प्रधान सुनील डिम्पल ने प्रदर्शनकारियों की अगुआई करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने तानाशाही करते हुए जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीना है और इसे एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया है। केंद्र सरकार का यह कदम जम्मू-कश्मीर के लोगाें को स्वीकार नहीं और जब तक केंद्र राज्य का दर्जा बहाल नहीं करती, उनका संघर्ष जारी रहेगा। महाराजा हरि सिंह के जन्मदिन पर सरकारी अवकाश घोषित करने की मांग करते हुए सुनील डिम्पल ने कहा कि सरकार की ओर से वर्ष 2021 के अवकाश को लेकर कैलेंडर जारी किया गया है लेकिन इस बार भी जम्मू-कश्मीर सरकार ने जम्मू की भावनाओं का सम्मान नहीं किया। डिम्पल ने कहा कि महाराजा हरि सिंह जम्मू की शान है और जब तक सरकार उनका सम्मान करते हुए उनके जन्मदिन पर अवकाश घोषित नहीं करेगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
इस मौके पर किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए सुनील डिम्पल ने कहा कि केंद्र सरकार की तानाशाही के कारण आज देश का किसान सड़कों पर है। मोदी सरकार पर अंबानी व अदानी जैसे पूंजीपतियों का संरक्षण करने का आरोप लगाते हुए डिम्पल ने कहा कि सरकार किसानों के हितों की अनदेखी कर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है जिसे कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की अपील भी की। प्रदर्शन के दौरान विजय कुमार, अनमोल आनंद, सन्नी अग्रवाल, अर्जुन आनंद, सीता राम, त्रिलोक सिंह, सुनील प्रदान व काला सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।