राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा- किसानों को सही मायनों में पहली बार मिली है आर्थिक आजादी
पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा- आने वाले दिनों में लोग कृषि को एक उद्यम की तरह अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि कृषि बिलों का विरोध करने वाले किसान नहीं बल्कि पेशेवर प्रदर्शनकारी हैं। किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए ही यह बिल लाया गया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कोविड-19 से प्रभावित किसानों के लिए जल्द ही नयी रियायतों के एलान का संकेत देते हुए कहा कि कृषि बिल से देश का किसान बहुत खुश है। किसानों को सही मायनों में पहली बार आर्थिक आजादी मिली है। आने वाले दिनों में लोग कृषि को एक उद्यम की तरह अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि कृषि बिलों का विरोध करने वाले किसान नहीं बल्कि पेशेवर प्रदर्शनकारी हैं।
जम्मू में बातचीत करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों के हित के लिए मौजूदा सरकार पूरी तरह संकल्पबद्ध है। किसानों की बेहतरी के लिए ही बिल लाया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों को उनकी फसल के लिए दिए जाने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य में लगातार बढ़ोतरी की गई है।
उन्होंने कहा कि एमएसपी और एपीएमसी को समाप्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडियां समाप्त नहीं होंगी, किसान के पास अपनी मर्जी से कहीं भी अपनी फसल बेचने का हर विकल्प उपलब्ध होगा। किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए ही यह बिल लाया गया है। हाल ही मे दिल्ली में प्रदर्शनकारियों द्वारा जलाए गए एक ट्रैक्टर का हवाला देते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि कोई किसान कैसे ट्रैक्टर जला सकता है। इसका एक ही मतलब है कि जो प्रदर्शन कर रहे हैं, ट्रैक्टर जला रहे हैं,वह पेशेवर प्रदर्शनकारी हैं।
उन्होंने कहा कि कृषि सुधार विधयेकों के पास होने के बाद विपक्ष के कई बड़े नेताओं की किसानों के नाम पर सियासत की दुकानदारी बंद हो गई है। कई बड़े नेता किसानों की कमाई से अपना कारोबार चला रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही कृषि सुधार संबंधी मुददों पर स्वामीनाथन समिति बनायी थी। उसी समिति की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए यह बिल लाया गया है।
विरोध करने वाले पहले पढ़ें कृषि बिल
पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदर्शन करने वालों ने शायद बिल को पढ़ा नहीं है, उन्हें इस बल की समझ नहीं है। अगर होती तो वह सड़क पर नहीं होते। जिन बातों के आधार पर प्रदर्शन किया जा रहा है, उनका बिल में कोई जिक्र नहीं है। कोविड-19 से किसानों को हुए नुकसान से संबंधित सवाल के जवाब में डॉ. सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार इससे पूरी तरह अवगत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार किसानों के हित के लिए लगातार काम कर रही हे। किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए समयानुसार रियायतें और पैकेज जारी किए जाएंगे।