Militants Arrested in Jammu: जम्मू-कश्मीर में फुल बॉडी स्कैनर जरूरत बनी, पर गृह विभाग गंभीर नहीं
Militancy in Jammu Kashmir रोजाना छह हजार माल से लदे ट्रकों की जांच संभव नहीं है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहाकि मौजूदा समय में जम्मू कश्मीर में फुल बॉडी स्कैनर की जरूरत है। इससे नापाक साजिशें नाकाम होंगी।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू में अक्सर आतंकी हमलों, हथियारों और मादक पदार्थों की बरामदगी के बाद फुल बॉडी स्कैनर की मांग शुरू हो जाती, लेकिन गृह विभाग ने कभी भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। सरहद पार से आतंकी साजिशों को नाकाम करने के लिए जम्मू कश्मीर में फुल बॉडी स्कैनर की सख्त जरूरत है।
जम्मू-कश्मीर में वाहनों की मैनुअल जांच संभव नहीं है। प्रदेश के प्रवेशद्वार लखनपुर से कश्मीर तक फुल बॉडी स्कैनर की जरूरत है। कई बार मांग हो चुकी है। आतंकी हमला हो या कश्मीर से अन्य राज्यों में मादक पदार्थों की तस्करी के मामले सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन कई बार राज्य में फुल बॉडी स्कैनरों को टोल प्लाजा पर लगाने की जरूरत को तो समझता है, लेकिन प्रशासन ने कभी भी गंभीरता नहीं दिखाई।
तीन वर्ष में जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित बन टोल प्लाजा चार मुठभेड़ें हो चुकी हैं। शुक्रवार को भी जम्मू शहर के नरवाल से पुलिस के स्पेशल आपरेशन ग्रुप ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया, जिनके कब्जे एक एके 56 राइफल, एक पिस्टल मैगजीन और तीन गे्रनेड बरामद किए हैं।
पुलिस की मानें तो लखनपुर, नगरोटा पर बन टोल प्लाजा और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के लोअर मुंडा में फुल बॉडी स्कैनर लगाना जरूरी है। बीते वर्ष जनवरी में बन टोल प्लाजा पर ट्रक में छिपे तीन आतंकियों को मार गिराने के बाद तत्कालीन उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने अधिकारियों को टोल प्लाजा पर फुल बॉडी स्कैनर लगाने को कहा था, पर अमल नहीं हुआ। स्कैनर लगने से आसानी से पता चलेगा कि ट्रक के अंदर क्या है।
लखनपुर में फल सीजन के दौरान बड़ी संख्या में कश्मीर से ट्रकों की आवाजाही के दौरान हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी के प्रयास होते रहते हैं। रोजाना छह हजार माल से लदे ट्रकों की जांच संभव नहीं है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहाकि मौजूदा समय में जम्मू कश्मीर में फुल बॉडी स्कैनर की जरूरत है। इससे नापाक साजिशें नाकाम होंगी।