Coronavirus Vaccination to Frontline Warriors of Jammu: टीका लगवाने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों का संदेश, सुरक्षित है वैक्सीन बेखौफ होकर लगवाएं
वैक्सीन लगवाने वालों में सबसे पहला नाम राजकीय मेडिकल काॅलेज के सेनेटरी सुपरवाइजर राजू का था। उपराज्यपाल के समक्ष उन्हें टीका लगाया गया। इसके बाद निगरानी कक्ष में करीब आधा घंटा रहने के बाद राजू ने बताया कि टीका लगाने को लेकर उसके मन में कोई भी भय नहीं था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । कई महीनों के लंबे इंतजार के बाद शनिवार को जब स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन दी गई तो उनके चेहरों पर आत्मविश्वास था। किसी में वैक्सीन को लेकर कोई भय नहीं था। वह वैक्सीन लगाने के बाद अन्य को भी यह संदेश दे रहे थे कि सभी आगे आकर वैक्सीन लगवाओ और कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई को जीतने में सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाओ।
वैक्सीन लगवाने वालों में सबसे पहला नाम राजकीय मेडिकल काॅलेज के सेनेटरी सुपरवाइजर राजू का था। उपराज्यपाल के समक्ष उन्हें टीका लगाया गया। इसके बाद निगरानी कक्ष में करीब आधा घंटा रहने के बाद राजू ने बताया कि टीका लगाने को लेकर उसके मन में कोई भी भय नहीं था। अन्य बीमारियों की तरह ही कोरोना से बचाव के लिए भी उसने टीका लगवाया। कई महीनों से स्वास्थ्य कर्मी व अन्य लोग बीमारी से बचाव के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में अगर हम सभी टीके लगवाएंगे तो कोरोना को दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब लग रहा है कि हम लोग सुरक्षित हें। एक खुराक ले ली है। अब दूसरी खुराक का इंतजार रहेगा। किसी को भी इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
दूसरा टीका लगवाने वाले माइक्रोबायालोजी विभाग के सीनियर टेक्निशियन अमरजीत सिंह का कहना था कि पिछले दस महीनों से कोरोना का अनुभव है। किस प्रकार से एक दूसरे से ही डर लग रहा था और ड्यूटी देना भी कितना मुश्किल था। आज वैक्सीन आने के बाद लग रहा है कि अब आगे की राह आसान होगी। किसी को भी वैक्सीन से डरने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य कर्मी इसीलिए सबसे पहले टीकाकरण करवा रहे हैं ताकि यह संदेश दिया जा सके कि यह बिल्कुल सुरक्षित है।
तीसरा टीका लगाने वाले जीएमसी के डाॅ. अखिल गुप्ता बिल्कुल बेखौफ नजर आए। निगरानी कक्ष में रहने के बाद उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर कुछ लोग भ्रमित कर रहे हैं। यह बिल्कुल सुरक्षित है। उनके मन में वैक्सीन को लेकर कोई डर नहीं था। कई वषों से वह इस पेशे से हैं। वैक्सीन लोगों की सुरक्षा के लिए है। हमारे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत के बाद वैक्सीन बनी है। हमें उनका शुक्रगुजार होना चाहिए। सभी को बेखौफ हरेकर आगे आना चाहिए।
चौथा टीका लगवाने वाले स्वास्थ्य कर्मी देवेंद्र राठौड़ का कहना था कि बीती रात ही उन्हें यह पता चला कि उनका नंबर भी पहले दस लोगों में शामिल है। इससे वह खुश थे। यह अच्छी बात है कि उनका चयन हुआ है। इसमें भयभीत होने की कोई भी जरूरत नहीं है। उन्हें अच्छा लग रहा है कि पहला इंजेक्शन लगवाने वालों में वह भी शामिल हैं। अब परिवार के अन्य सदस्यों को भी वैक्सीन लगवाउंगा।