Jammu Kashmir: ताजमहल विवाद पर महबूबा मुफ्ती बोलीं- केंद्र सरकार सुनियोजित तरीके से मुगलों की ऐतिहासिक धरोहरों को बना रही है निशाना
Taj Mahal Agra Controversy महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज पूरे मुल्क में मुस्लिमों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उनकी हालत हम कश्मीरियों से भी बदतर हो गई है। मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा है अब वह ताजमहल को मंदिर में बदलना चाहते हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। Taj Mahaj Agra Controversy: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को अपनी पहचान, सम्मान और अधिकारों को वापस प्राप्त करने के लिए एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इसके सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं है क्योंकि 5 अगस्त 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर के अत्यंत ही मुश्किल दौर से गुजर रहा है। गुज्जर, पहाड़ी,कश्मीरी, डोगरा,हिंदु-मुस्लिम-सिख-इसाई समेत सभी को अपने निजी स्वार्थाें से ऊपर उठकर एकजुट होना होगा।
आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को लागू किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों को राजनीतिक व आर्थिक रूप से लगातार कमजोर बनाने की कोशिशें हो रही है।
उन्होंने कहा कि यहां कईं ऐसे कानून लागू किए गए हैं जो धीरे-धीरे यहां लोगों को भूमिहीन बना देंगे। उन्होंने कहा कि जमीन की खरीदाे-फरोख्त पर स्टांप ड्यूटी हटाने के पीछे यही मकसद है। अब नदी-नालों की जमीनो को भी बेचने की तैयारी है, हमें इन साजिशों को समझना होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को रोजगार देने के बजाय बेरोजगार बनाया जा रहा है। आज विभिन्न सरकारी अधिकारियों व कर्मियों को तथाकथित तौर पर आतंकियों के साथ संबंधों का हवाला देकर नौकरी से निकाला जा रहा है। इसके लिए कोई सबूत भी नहीं देखा जा रहा है। प्रभावित सरकारी अधिकारी व कर्मी डर के मारे अदालत भी नहीं जा पा रहे हैं। उन्हें लगता है कि अगर वह इंसाफ के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे, उन्हें किसी आतंकी मामले में फंसा जेल भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्त पदों को जानबूझकर नहीं भरा जा रहा है क्योंकि अन्य राज्यों के लोगों को इन पर नियुक्त करने के लिए पूरी जमीन तैयार की जा रही है।
लाउड स्पीकर और ताजमहल को लेकर उपजे विवाद संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज पूरे मुल्क में मुस्लिमों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उनकी हालत हम कश्मीरियों से भी बदतर हो गई है। मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा है, अब वह ताजमहल को मंदिर में बदलना चाहते हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि आज हिंदोस्तान में संविधान की धज्जियां उडा़ते हुए इस मुल्क की बुनियाद को हिलाया जा रहा है।
उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक सुनियोजित तरीके से मुस्लिमों के धर्मस्थलों और मुगलाें की ऐतिहासिक धरोहरों को निशाना बनाया जा रहा है। पहले इन लोगों को अयोध्या का विवादित ढांचा गिराया और अब वाराणसी व ताजमहल का मुद्दा उछाल रहे हैं। रोज-रोज के विवाद पैदा करने के बजाय इन लोगों को एक ही बार में सभी मस्जिदों को ले लेना चाहिए। अल्लाह तो वहीं है जहां हम सभी मुस्लिम हैं, अल्लाह तो हर जगह है। कुतुब मीनार, लाल किला की बात होती है, क्या वह इन सभी को निशाना बनाएंगे।