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Mehbooba ने सरकार को दी चेतावनी, बेगुनाहों को जेल में डालते रहे तो होंगे गंभीर परिणाम

पीडीपी की प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र व जम्मू कश्मीर प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर जेलों में डाला जाता रहा तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। कश्मीर में हालात ऐसे बिगड़ेंगे कि संभाले नहीं जाएंगे।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 05:08 PM (IST)Updated: Tue, 12 Oct 2021 05:08 PM (IST)
Mehbooba ने सरकार को दी चेतावनी, बेगुनाहों को जेल में डालते रहे तो होंगे गंभीर परिणाम
मंगलवार को भद्रवाह दौरे पर पहुंचीं महबूबा मुफ्ती के बोल फिर बिगड़े।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : पीडीपी की प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में अल्पसंख्यक लोगों की हत्याओं के मामले में बड़े पैमाने पर लोगों को हिरासत में लिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने केंद्र व जम्मू कश्मीर प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर जेलों में डाला जाता रहा तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। कश्मीर में हालात ऐसे बिगड़ेंगे कि संभाले नहीं जाएंगे। सुरक्षा में नाकामियों के कारण हत्याएं हुई हैं, इसलिए उन लोगों को जवाबदेह बनाया जाए जो अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में नाकाम रहे।

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मंगलवार को भद्रवाह दौरे पर पहुंचीं महबूबा मुफ्ती के बोल फिर बिगड़े। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रशासन ने कश्मीर में तूफान मचाया रखा है। जो मिलता है, उसे पकड़ कर जेल में डाल दिया जा रहा है। इस तरह से बेगुनाह लोगों को जेल में डालने के गंभीर परिणाम हाेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इसे सुरक्षा में चूक क्यों नहीं मानती है। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्याओं के लिए सुरक्षा में जो चूक हुई है, उसके लिए जम्मेदार लाेगों को सजा दो। मामले की जांच करो। धरपक्कड़ करना गलत है। जवाबदेही तय की जाए। सात सौ से एक हजार लोगों को हिरासत में लिया गया है।

महबूबा ने मंत्रियों के दौरों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोई घुड़सवारी कर रहा था तो कोई गुलमर्ग और पहलगाम में घूम रहा था। सारी सुरक्षा मंत्रियों के दौरों पर लगा दी गई। इस बीच आतंकवादियों ने हत्याएं कर दीं। यह सरकार की नाकामी है। नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर महबूबा ने कहा कि हम तो 2018 से सह रहे हैं। मेरी पार्टी के लोगों को लेकर गए हैं। मेरा कार्यकर्ता मेरे साथ खड़ा है। नेशनल कांफ्रेंस में यह काम अब शुरू हुआ है। भाजपा का काम ही यही है। भाजपा चुनाव के अलावा कुछ सोच नहीं सकती।

जम्मू कश्मीर के मसले का समाधान बातचीत से ही हो सकता है। एनआइए, सीबीआइ और ईडी के छापों पर महबूबा ने कहा कि अगर ये संस्थान उसूलों पर काम करें तो किसी को एतराज नहीं है। भाजपा अपनी पार्टी में शामिल करवाने के लिए इन एजेंसियों का सहारा ले तो यह गलत है। ऐसा लगता है कि जम्मू कश्मीर के लोगों से बदला लिया जा रहा है। बसीर अहमद खान के घर पर सीबीआइ के छापे के बारे में महबूबा ने बस इतना ही कहा- मैं कुछ नहीं बता सकती। कल तक वह उपराज्यपाल के सलाहकार थे।


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