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माता वैष्णो देवी श्रद्धालुओं की जेब होगी ढीली, हेलीकॉप्टर सेवा के किराए बढ़े

अब श्रद्धालुओं को प्रति सवारी एक तरफा 40 रूपये अतिरिक्त अदा करना पड़ेंगे। यानी प्रति श्रद्धालु को एक तरफा 1005 रूपये किराए के बजाय अब 1045 रूपये देने होंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 05:31 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 05:31 PM (IST)
माता वैष्णो देवी श्रद्धालुओं की जेब होगी ढीली, हेलीकॉप्टर सेवा के किराए बढ़े
माता वैष्णो देवी श्रद्धालुओं की जेब होगी ढीली, हेलीकॉप्टर सेवा के किराए बढ़े

कटड़ा, राकेश शर्मा। माता वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठाने वाले श्रद्धालुओं को अब और ज्यादा अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। ट्रबाइन फ्यूल महंगा होने के कारण श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर सेवा मुहैया करवा रही संबंधित कंपनियों ने किराए में बढ़ोतरी कर दी है। अब श्रद्धालुओं को प्रति सवारी एक तरफा 40 रूपये अतिरिक्त अदा करना पड़ेंगे। यानी प्रति श्रद्धालु को एक तरफा 1005 रूपये किराए के बजाय अब 1045 रूपये देने होंगे। यह किराया तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। ऑनलाइन एडवांस बुकिंग करवा चुके श्रद्धालुओं को भी इस सेवा का लाभ उठाते समय काउंटर पर बढ़ा हुका किराया जमा कराना होगा।

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दो कंपनियां दे रही हेलीकाप्टर सेवा

मां वैष्णो देवी आधार शिवर कटड़ा में दो हेलीकॉप्टर कंपनियां श्रद्धालुओं को अपनी सेवाएं मुहैया करवा रही हैं। इनमें पवन हंस हेलीकॉप्टर सर्विस तथा ग्लोबल वेक्ट्रा प्रमुख हैं। रोजाना करीब 1500 से 2000 श्रद्धालु इस सेवा का लाभ उठाते हैं। यही नहीं यात्रा पर आने वाले बुजुर्ग, मरीज या फिर दिव्यांग आदि को इस सेवा में विशेष लाभ दिया जाता है। हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को कम किराये में बेहतर हेलीकॉप्टर सेवा मुहैया हो इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड टेंडर प्रक्रिया के जरिए कंपनियों का चयन करती है। बोर्ड हर 3 साल बाद हेलीकॉप्टर सेवा की टेंडरिंग करता है। इस आधार पर मौजूदा हेलीकॉप्टर कंपनियां वर्ष 2020 तक अपनी सेवाएं मुहैया करवाएगी।

1990 में शुरू हुई थी हेलीकाप्टर सेवा

वर्ष 1986 में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का गठन हुआ। बोर्ड ने वर्ष 1990 में सबसे पहले श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर शुरू की। उस दौरान श्रद्धालुओं को यह सेवा मात्र 300 रूपये प्रति सवारी प्रदान की जाती थी। वर्ष 1992 में सेवा मुहैया करवा रही कंपनी पवन हंस का हेलीकॉप्टर सांझी छत के समीप हेलीपैड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। श्राइन बोर्ड ने इसके बाद यह सेवा बंद कर दी। करीब 8 वर्षों के उपरांत वर्ष 2000 में एक बार फिर हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की गई। श्रद्धालुओं का रुझान इस सेवा के प्रति बढ़ते देख श्राइन बोर्ड ने दो वर्ष का टेंडरिंग प्रावधान शुरू कर दिया। कुछ साल पहले ही बोर्ड ने यह अवधि बढ़ाकर तीन साल कर दी।

 

हेलीकाप्टर सेवा का किया जा रहा विस्तार

माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए हर साल 80 लाख से एक करोड़ के बीच श्रद्धालु आते हैं। हर दिन 1500 से दो हजार श्रद्धालु हेलीकाप्टर सेवा का इस्तेमाल कर मां वैष्णो देवी के दर्शनों को जाते हैं। गर्मियों में एक हेलीकाप्टर कंपनी जहां 90 से 100 सॉर्टिज (उड़ान) भरते हैं वहीं सर्दियों में दिन छोटे होने के कारण यह कम होकर 60 से 70 के करीब हो जाती है। मांग अधिक रहने और आनलाइन बुकिंग फुल रहने के कारण हजारों श्रद्धालु यात्रा पर नहीं आ पाते। ऐसे में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड इसका विस्तार करने जा रहा है। जल्द ही भवन मार्ग पर बनाए गए वीवीआइपी पंछी हेलीपैड को भी श्रद्धालुओं को समर्पित कर दिया जाएगा। इससे उड़ान की संख्या में बढ़ोतरी होगी और अधिक श्रद्धालु इस सेवा का इस्तेमाल कर माता वैष्णो देवी के दर्शनों को जा सकते हैं।


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