Mata Vaishno Devi : अब गुड्डी धार के जंगलों में भड़की आग, बेटरी कार सेवा बंद, पुराने मार्ग से यात्रा सुचारू रूप से जारी
Mata Vaishno Devi Yatra आग आगार जित्तो में पड़ने वाले पलेल चौंथा से शुरू हुई और देखते ही देखते उसने न्यू ताराकोट ट्रैक से सटे गुड्डी धार के जंगलों को अपनी चपेट में ले लिया। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है।
कटड़ा, जेएनएन : श्री माता वैष्णो देवी के बेटरी मार्ग के नजदीक गुड्डी धार के जंगलों में आग भड़कने के बाद बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए बेटरी कार सेवा को बंद करने के साथ वहां से श्रद्धालुओं की आवाजाही को भी रोक दिया है। यात्रा प्रभावित न हो इसलिए श्रद्धालुओं को पारंपरिक अर्द्धकुंवारी मार्ग से भवन की ओर भेजा जा रहा है।
बोर्ड के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि आग आगार जित्तो में पड़ने वाले पलेल चौंथा से शुरू हुई और देखते ही देखते उसने न्यू ताराकोट ट्रैक से सटे गुड्डी धार के जंगलों को अपनी चपेट में ले लिया। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। बेटरी कार मार्ग पर धुआं फैला हुआ है। यही वजह है कि इस मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है।
बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि बेटरी कार मार्ग बंद करने की वजह से यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ा है। अर्द्धकुंवारी मार्ग से श्रद्धालु निरंतर माता वैष्णो देवी के भवन की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि आग रात को फैली। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है परंतु अगार जित्तो के साथ पड़ने वाले गांव पलेल चौंथा से यह आग शुरू हुई।
सुबह तक यह आग गुड्डी धार के जंगलों तक पहुंच गई। रात को ही श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारी व अग्निशमन दस्ता आग पर काबू पाने के लिए जुट गया था। सुबह तक आगे पर काफी हद तक काबू भी पा लिया गया परंतु धुआं परेशान कर रहा है। अभी भी दो से तीन किलोमीटर के दायरे में आग लगी हुई है।
अधिकारी ने बताया कि आग की वजह से न्यू ताराकोट मार्ग व बेटरी कार मार्ग पर धुआं काफी फैला हुआ है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते इस मार्ग पर बेटरी कार सेवा व श्रद्धालुओं की आवाजाही बंद रखी गई है। उन्होंने बताया कि हेलीपैड के नजदीक के जंगलों में लगी आग अब बुझ चुकी है। माता वैष्णो देवी के श्रद्धालु हेलीकाप्टर व केबल कार सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आग पर पूरी तरह से काबू पाए जाने तक बोर्ड ने बेटरी कार सेवा को बंद रखने का निर्णय लिया है। पुराने मार्ग से श्रद्धालु पैदल, घोड़े व पालकी से आ जा रहे हैं।