मैं नहीं चाहता था मसूद अजहर को रिहा किया जाए : फारूक
जागरण संवाददाता जम्मू नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र में भाजपा के
जागरण संवाददाता, जम्मू : नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से पूछा कि वह राष्ट्र को बताए कि वर्ष 1999 में मसूद अजहर को रिहा किसने किया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि अजहर मसूद को रिहा किया जाए, उनकी नहीं सुनी गई। अटल बिहारी वाजपेयी नेतृत्व वाली सरकार ने अपहृत इंडियन एयरलाइंस के यात्रियों के लिए आतंकी सरगना को उनके साथियों सहित रिहा किया था। डॉ. फारूक ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत को दोहराया है। बातचीत से ही सभी समस्याओं का समाधान संभव है। इससे पहले शुक्रवार दोपहर को डॉ. फारूक महिला सशक्तीकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और राजनीति में उन्हें 33 प्रतिशत आरक्षण देने का आश्वासन दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि नेशनल कांफ्रेंस फिर से सत्ता में आएगी। लोकतंत्र की बुनियादी मजबूती के लिए महिलाओं के लिए आरक्षण अति आवश्यक है। समाज में गेम-चेंजर संभव है। महिलाओं के उत्थान के लिए उनकी सरकार द्वारा किए कार्यो पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने दावा किया कि महिलाओं के उत्थान के लिए उनसे बेहतर किसी सरकार ने कोई र्का नहीं किया। उन्होंने कई महिलाओं को उनके सराहनीय योगदान के लिए सम्मानित किया। इनमें डिप्टी मेयर पूर्णिमा शर्मा, डॉ. आर मदान, सुन्यना मेहता, मालविका कालरा, कुसुम टिक्कू, निपुन टिक्कू, संध्या धर, पूर्णिमा धर, राधे महाजन आदि शामिल थी। कार्यक्रम में नेकां के संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा, मुश्तफा कमाल, इसरार खान आदि कई गणमान्य लोग मौजूद थे।