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सैन्य सम्मान के साथ शहीद का पार्थिव शरीर झारखंड भेजा

राज्य ब्यूरो जम्मू उत्तरी कश्मीर के बारामुला के उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब देते शहीद हुए सेना के सिग्नलमैन संतोष गोप का पार्थिव शरीर सोमवार को सैन्य सम्मान के साथ झारखंड भेजा गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 08:23 AM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 08:23 AM (IST)
सैन्य सम्मान के साथ शहीद का पार्थिव शरीर झारखंड भेजा
सैन्य सम्मान के साथ शहीद का पार्थिव शरीर झारखंड भेजा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : उत्तरी कश्मीर के बारामुला के उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब देते शहीद हुए सेना के सिग्नलमैन संतोष गोप का पार्थिव शरीर सोमवार को सैन्य सम्मान के साथ झारखंड भेजा गया।

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जम्मू कश्मीर में पाक गोलाबारी का जवाब देते हुए दो दिन में सेना के दो जवानों ने वीरगति पाई है। संतोष गोप की शहादत से पहले 11 अक्टूबर को जम्मू संभाग के नौशहरा के कलाल में पाक की गोलाबारी का जवाब देते हुए 25 वर्षीय नायक सुभाष थापा ने भी शहादत पाई थी। सेना ने सीमा पार कई पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर अपने जवानों की शहादत का बदला लिया है।

सोमवार को श्रीनगर में सेना की चिनार कोर मुख्यालय बादामी बाग में शहीद सैनिक संतोष गोप को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो ने शहीद को सलामी दी। इस मौके पर सेना, सुरक्षाबलों, नागरिक व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शहीद संतोष अमर रहे, के नारों के बीच सेना के सजाए गए वाहन से शहीद के पार्थिव शरीर को श्रीनगर एयरपोर्ट ले जाया गया। इसके बाद विशेष विमान से शहीद के पार्थिव शरीर को घर भेजा गया। शहीद सैनिक के साथ उनकी यूनिट के कुछ जवान भी रवाना हुए। पाक गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब देते गंभीर रूप से हो गए थे घायल

सिग्नलमैन संतोष गोप बारामुला के रामपुर सेक्टर में 12 अक्टूबर की रात पाकिस्तान की गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए थे। अग्रिम चौकी के पास गिरे मोर्टार के फटने से उन्हें गंभीर चोटें आई थीं। उन्हें इलाज के लिए रामपुर के चिकित्सीय जांच रूम में ले जाया गया, जहां वह शहीद हो गए। 26 वर्षीय शहीद जवान झारखंड के गुमला जिला के टैंगड़ा गांव के निवासी हैं। वह अपने पीछे माता-पिता छोड़ गए हैं।


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