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सैनिक कालोनी में धूमधाम से मनाई महाराजा हरि सिंह जयंती, जगह-जगह मन रहा जश्न

ठाकुर जय सिंह ने महाराजा हरि सिंह शासन के दौरान विकास और सुधारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महाराजा ने इतिहास के सबसे अशांत समय के दौरान उपमहाद्वीप के सबसे अशांत क्षेत्र पर शासन किया जब उपमहाद्वीप को धर्म के आधार पर विभाजित किया गया था।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Fri, 23 Sep 2022 04:55 PM (IST)Updated: Fri, 23 Sep 2022 04:55 PM (IST)
सैनिक कालोनी में धूमधाम से मनाई महाराजा हरि सिंह जयंती, जगह-जगह मन रहा जश्न
जम्मू-कश्मीर एकमात्र राज्य था जो स्वतंत्र था और ब्रिटिश शासन के अधीन नहीं था।

जम्मू, जागरण संवाददाता : महाराजा हरि सिंह जयंती पर पूरे शहर में जश्न मन रहा है। सैनिक कालोनी में महाराजा हरि सिंह की 127वीं जयंती का समारोह धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के आयोजन वरिष्ठ नेता जय सिंह थे। कार्यक्रम में सैनिक कालोनी की कारपोरेटर गुरमीत रंधावा मुख्यातिथि थी।

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इस अवसर पर ठाकुर जय सिंह ने महाराजा हरि सिंह शासन के दौरान विकास और सुधारों के बारे में जानकारी देते हुए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महाराजा ने इतिहास के सबसे अशांत समय के दौरान उपमहाद्वीप के सबसे अशांत क्षेत्र पर शासन किया जब उपमहाद्वीप को धर्म के आधार पर विभाजित किया गया था। उन्होंने एक सर्वकालिक ऐतिहासिक निर्णय लिया और 26 अक्टूबर 1947 को भारत के पक्ष में विलय के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।

जम्मू-कश्मीर एकमात्र राज्य था जो स्वतंत्र था और ब्रिटिश शासन के अधीन नहीं था। आज जम्मू-कश्मीर लोकतांत्रिक भारत का हिस्सा है और हम महाराजा हरि सिंह के कारण भारतीय हैं। उनके शासन को ब्रिटिश इतिहासकारों ने प्रशासन और न्यायपालिका में कई सुधारों के कारण गौरवशाली बताया है। महाराजा हरि सिंह के समय की जनसंख्या 78% मुस्लिम और 22% हिंदू थी। लेकिन इसके बावजूद दोनों समुदाय उन्हें समान रूप से प्यार करते जय सिंह ने कहा कि महाराजा ने सभी पुरुषों और महिलाओं के लिए प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य किया, बाल विवाह पर रोक लगाई और निम्न जाति के लिए सभी पूजा स्थलों को खुलवाया।

इतना ही नहीं उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारे नए स्कूल और कलेज खोले। उन्होंने भ्रष्टाचार का पता लगाने के अनोखे तरीके अपनाकर प्रशासन में भ्रष्टाचार को रोकने में कामयाबी हासिल की। महाराजा ने भिखारियों पर प्रतिबंध लगा दिया। उनका मुख्य ध्यान कृषि पर था। उन्होंने जम्मू में रणबीर नहर और प्रताप नहर का निर्माण किया। इाके अलावा उन्होंने महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल बनाया। उन्होंने जम्मू, श्रीनगर और भद्रवाह में डिग्री कालेज बनाए। वह लोगों के प्रति पूरी तरह से वफादार थे।

जय सिंह ने उपराज्यपाल महाराजा जयंती पर छुट्टी घोषित करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कारपोरेटर गुरमीत रंधावा से महाराजा हरि सिंह चौक सैनिक कॉलोनी में महाराजा हरि सिंह जी की प्रतिमा स्थापित करने की भी अपील की। जय सिंह ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देने की भी मांग की। इस मौके पर मौजूद गणमान्यों में कारपोरेटर सोबत अली, कारपोरेटर गौरव चोपड़ा, सैनिक कालोनी दशहरा कमेटी अध्यक्ष अभिमन्यु जम्वाल, पूर्व मेयर नरेंद्र सिंह, अश्विनी हांडा, प्रभा सलाथिया, अनिल कोहली, सिकंदर सिंह कूका, बिशन सिंह राजू, महेंद्र सिंह, दिलीप सिंह, मास्टर आनंद खजूरिया, प्रवीण सिंह शामिल थे।


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