Amarnath Yatra 2020: भगवान अमरनाथ गुफा में व्यास पूर्णिमा से होगी नियमित पूजा
भगवान अमरनाथ गुफा में व्यास पूर्णिमा से होगी नियमित पूजा दूरदर्शन पर लाइव होगा प्रसारण फिलहाल यात्रा पर अंतिम फैसला नहीं
जम्मू, राज्य ब्यूरो। भगवान अमरेश्वर की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा को लेकर श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने अंतिम फैसला नहीं लिया है। पर जम्मू कश्मीर प्रशासन ने तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। साथ ही उपराज्यपाल ने 5 जुलाई को व्यास पूर्णिमा से 3 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर मुख्य पूजा संपन्न होने तक पवित्र गुफा में भगवान शंकर के हिमलिंग स्वरूप की पूरे पौराणिक मान्यताओं के अनुरुप पूजा करने के आदेश दिए हैं।
उपराज्यपाल जीसी मुर्मू मंगलवार को वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा ले रहे थे। इस दौरान तय हुआ कि पवित्र गुफा में सुबह-शाम भगवान शंकर और मां पार्वती के पवित्र हिमलिंग स्वरूप की आरती व पूजा का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि पौराणिक व धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक व्यास पूर्णिमा से ही श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा का शुभारंभ माना जाता है। श्रावण पूर्णिमा पर छड़ी मुबारक के संग मुख्य पूजा के बाद यात्रा संपन्न हो जाती है। उपराज्यपाल मुर्मू ही श्राइन बोर्ड के चेयरमैन हैं। बोर्ड ही वार्षिक तीर्थयात्रा के संचालन और पवित्र गुफा के प्रबंधन की जिम्मेदारी को निभाता है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इस साल वार्षिक अमरनाथ यात्रा 23 जून से आरंभ होनी थी। कोरोना संकट के चलते यात्रा को फिलहाल स्थगित रखा गया है।
बोर्ड सूत्रों की मानें तो इस बार 21 जुलाई से बालटाल के रास्ते से यात्रा आरंभ की जा सकती है पर बोर्ड ने कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है।उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने मंगलवार को बैठक में यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया। यात्रा शुरु करने का कोई फैसला नहीं हुआ, लेकिन उपराज्यपाल ने यात्रा मार्ग और पवित्र गुफा पर ठहरने, खाने-पीने, पेयजल, सुरक्षा, संचार, आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवा समेत सभी आवश्यक सुविधाओं को जल्द से जल्द सुनिश्चित बनाने का निर्देश दिया।
मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने यात्रा के लिए नोडल विभाग की जिम्मेदारी निभाने वाले पर्यटन विभाग और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को यात्रा के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं को जल्द बहाल करने के लिए कहा।
बर्फ हटाने का कार्य पूरा
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिपुल पाठक ने तैयारियों की जानकारी देते हुए पवित्र गुफा के आस-पास से बर्फ को हटा लिया गया है। इसके अलावा वहां एक शिविर भी स्थापित किया गया है। बालटाल आधार शिविर और हेलीपेड भी एक सप्ताह में तैयार हो जाएंगे।
यात्रा मार्ग तैयार, पांच पुल बनाए
उपराज्यपाल के सलाहकार बसीर अहमद खान ने बताया कि बालटाल मार्ग का 80 फीसद काम पूरा हो चुका है। सात में से पांच पुल तैयार हो चुके हैं। यात्रा के दौरान विभिन्न सेवाएं प्रदान करने वालों की पुलिस जांच पूरी हो चुकी है। इसके अलावा पवित्र गुफा से करीब 1.2 किलोमीटर पहले निचली गुफा के पास पहलगाम विकास प्राधिकरण द्वारा नया हेलीपैड भी तैयार किया जा रहा है। उपराज्यपाल ने इसे 30 जून तक पूरा करने का निर्देश दिया। यात्रा प्रबंधन से जुड़े ग्राउंड स्टाफ को भी एक-दो दिन में सक्रिय कर दिया जाएगा।