Move to Jagran APP

केरन सेक्टर में पसरी खामोशी, 24 घंटों के दौरान शायद ही कोई अपने घरों से बाहर निकले हों

जिला कुपवाड़ा के अंतर्गत केरन सेक्टर के अग्रिम इलाकों में पसरी खामोशी पूरी तरह असामान्य है। लोग पिछले 24 घंटों के दौरान शायद ही अपने घरों से बाहर निकले हों।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 19 Feb 2018 11:38 AM (IST)Updated: Mon, 19 Feb 2018 11:38 AM (IST)
केरन सेक्टर में पसरी खामोशी, 24 घंटों के दौरान शायद ही कोई अपने घरों से बाहर निकले हों
केरन सेक्टर में पसरी खामोशी, 24 घंटों के दौरान शायद ही कोई अपने घरों से बाहर निकले हों

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर बेशक स्थिति शांत है, लेकिन जिला कुपवाड़ा के अंतर्गत केरन सेक्टर के अग्रिम इलाकों में पसरी खामोशी पूरी तरह असामान्य है। लोग पिछले 24 घंटों के दौरान शायद ही अपने घरों से बाहर निकले हों।

loksabha election banner

कोई भी इसके बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता रहा है, लेकिन यह स्थिति सिर्फ केरन सेक्टर के मैदान, नागा और उससे सटे गांवो तक सीमित नहीं है बल्कि जम्मू-कश्मीर को गुलाम कश्मीर से अलग करने वाली एलओसी पर किशनगंगा दरिया के पार गुलाम कश्मीर के अग्रिम इलाकों में भी यही हालात हैं।केरन सेक्टर के सामने स्थित गुलाम कश्मीर के इलाके को लीपा घाटी कहते हैं। यह इलाका सामरिक दृष्टि से भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों की मानें तो लीपा घाटी में शुक्रवार से ही नागरिक गतिविधियां लगभग बंद नजर आ रही है। शनिवार शाम से वहां की सड़कों पर ट्रैफिक भी नजर नहीं आ रहा है, जो इस तरफ से साफ नजर आता था। वहां दुकानें भी बंद हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाली लीपा घाटी में नागरिक गतिविधियां बंद होने के बाद ही सेना ने केरन सेक्टर में रविवार सुबह लोगों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत जारी की है।

सूत्रों की मानें तो गुलाम कश्मीर की तरफ से किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। सूत्रों की मानें तो सेना ने केरन सेक्टर के अग्रिम इलाके में स्थित दो अग्रिम चौकियों बलवीर व काचिल के कार्याधिकार क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है। सैन्य अधिकारियों को किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।जिला उपायुक्त कुपवाड़ा खालिद जहांगीर ने संपर्क किए जाने पर केरन के अग्रिम इलाकों में नागरिकों की आवाजाही पर किसी तरह की रोक से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि केरन में वाहनों की आवाजाही हिमस्खलन के खतरे के कारण रोकी गई थी।सैन्य अधिकारियों ने भी लोगों की आवाजाही पर रोक से इन्कार करते हुए कहा कि सबकुछ सामान्य है। अगर लोग घरों में ही हैं तो यह हिमस्खलन और बर्फीले तूफान की चेतावनी के चलते ही होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.