जम्मू-कश्मीर-लद्दाख उपराज्यपालों का बड़ा योगदान, एक साल तक वेतन का 30% कोरोना प्रभावितों के लिए
उपराज्यपाल जम्मू-कश्मीर गिरीश चंद्र मुर्मू और आरके माथुर ने अगले 1 साल के लिए अपने वेतन का 30% कोविड-19 के प्रसार के खिलाफ लड़ाई के लिए दान किया।
लद्दाख, जेएनएन। कोरोना के खिलाफ देश में जारी जंग में हर कोई अपने-अपने तौर पर सहयोग करने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू और लद्दाख उपराज्यपाल आरके माथुर ने अपने वेतन का 30 प्रतिशत अगले एक साल तक कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में दान करने का एलान किया है। आज सोमवार को लेफ्टिनेंट गवर्नर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख कार्यालय ने अपने-अपने ट्वीटर हैंडल के जरिए इस बात की जानकारी दी। उन्होंने इस पोस्ट के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत ट्विटर हैंडल सहित अन्य कई लोगों को टैग किया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोग उपराज्यपालों द्वारा समाज हित में लिए गए इस निर्णय की प्रशंसा कर रहे हैं।
उपराज्यपाल जम्मू-कश्मीर गिरीश चंद्र मुर्मू ने अगले 1 साल के लिए अपने वेतन का 30% कोविड-19 के प्रसार के खिलाफ लड़ाई के लिए दान करने की घोषणा करते हुए कहा कि इस खतरनाक महामारी वायरस से लड़ने के लिए सामूहिक प्रयास बहुत जरूरी हैं। देश का नागरिक होने के नाते यह हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हम इस स्थिति से निपटने में अपना अधिक से अधिक योगदान दें।
उन्होंने कहा कि देश में COVID-19 के प्रसार को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए जा रहे कदम सराहनीय है। उनके इन्हीं प्रयासों में योगदान देने के उद्देश्य से मैं अपनी इच्छा अनुसार अगले एक वर्ष तक अपने मासिक वेतन का 30% प्रधानमंत्री राहत कोष में दे रहा हूं।
वहीं लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर ने भी यही घोषणा करते हुए अगले एक वर्ष तक अपने मासिक वेतन का 30% कोरोना के खिलाफ देश में जारी जंग देने का एलान किया। हालांकि इससे पूर्व उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कोविड 19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करते हुए गत रविवार रात को दीपक, मोमबत्तियाँ, मशालें और मोबाइल फ्लैशलाइट जलाकर सहयोग देने का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लोगों को धन्यवाद करते हुए कहा कि एकजुट रहकर और एक दूसरे में अटूट विश्वास रखकर ही कोरोना को हराया जा सकता है।
उपराज्यपाल के अलावा सभी लद्दाख होटल और गेस्ट हाउस एसोसिएशन ने भी COVID 19 रोगियों की सेवा कर रहे डाक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए सुरक्षा उपकरणों, सहित अन्य आवश्यक सामग्री दान की। उन्होंने अन्य लोगों से भी इसमें सहयोग करने की अपील की।
इसी बीच लद्दाख प्रशासन के प्रवक्ता कमिश्नर सेक्रेटरी रिग्जिन सैंफल ने बताया कि प्रदेश में 14 कोरोना संक्रमित मरीजों में 9 पॉजीटिव मामले अब निगेटिव मिले हैं। अब कोरोना संक्रमित 5 मरीज ही हैं और उनकी सेहत भी स्थिर है। जल्द ही उन्हें भी छुट्टी दे दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि लद्दाख में कोरोना संक्रमण का जो सबसे पहला मामला सामने आया था वह मरीज सीनियर सीटिजन श्रेणी में आता है, वह अभी भी आइसोलेशन वार्ड में और उसकी हालत बेहतर है।