Jammu Kashmir: उपराज्यपाल ने अधिकारियों से कहा-लॉकडाउन के बाद की स्थिति से निपटने की करें तैयारी
मुर्मू ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रशासनिक गतिविधियां जारी रखें। अपने-अपने स्तर पर कोरोना को हराने से जुड़े कार्यों की निरंतर निगरानी करें।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने जम्मू कश्मीर में तीन मई को लॉकडाउन समाप्त होने के बाद की स्थिति से निपटने के लिए एक प्रभावी और समग्र योजना तैयार करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
जीसी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंस में भाग लेने के बाद प्रदेश प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। इसमें सलाहकार राजीव राय भटनागर, मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, पुलिस महानिदेशक दिलबाग ङ्क्षसह, स्वास्थ्य विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल डुल्लू, गृह विभाग के प्रमुख सचिव शालीन काबरा, उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव बिपुल पाठक भी मौजूद रहे।
मुर्मू ने अधिकारियों संग जम्मू कश्मीर में कोरोना से निपटने की कवायद का जायजा लेते हुए कहा कि हमें अब तीन मई के बाद की स्थिति पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हमें उसके मुताबिक ही अपनी तैयारी पर काम करना है। लॉकडाउन में राहत के दौरान उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एक प्रभावी, व्यवस्था जरूरी है। इस कार्ययोजना को जल्द से जल्द तैयार किया जाए।
मुर्मू ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रशासनिक गतिविधियां जारी रखें। अपने-अपने स्तर पर कोरोना को हराने से जुड़े कार्यों की निरंतर निगरानी करें। कोरोना के मरीजों की पहचान, उपचार और इस महामारी की रोकथाम में टेङ्क्षस्टग प्रक्रिया में तेजी ही असली कूंजी है। इसलिए सभी अधिकारी टेस्ट की प्रक्रिया में मौजूदा गति को निरंतर बनाए रखने के साथ ही इसमें और तेजी लाने की संभावनाओं को भी तलाशें।
उपराज्यपाल ने संक्रमण को रोकने के लिए रेड जोन अधिसूचित क्षेत्रों में पाबंदियों को सख्ती से लागू करने पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी तरह की चूक सारी मेहनत पर पानी फेर सकती है। उन्होंने आम लोगों में आरोग्य सेतु एप के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने पर जोर देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर बैंक को डिजिटल सुविधा के साथ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच बनानी चाहिए। बैंक को चाहिए कि वह लोगों में यूपीआइ, भीम और क्यूआर के इस्तेमाल को लोकप्रिय बनाए।
उन्होंने लाकडाउन से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को समाज के कमजोर वर्गों विशेषकर झुग्गियों में रहने वालों और बेसहारा लोगों की खाद्यान्न व पोषक जरूरतों को पूरा करने लिए उचित कार्रवाई करने को भी कहा।