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SKUAST Convocation Ceremony : उपराज्यपाल सिन्हा ने विज्ञानियों से कहा- कुछ ऐसा करो...रासायनिक खाद के बिना ही लहलहाए फसल

बागवानी व खेतीबाड़ी क्षेत्र में सरकार ने कई योजनाएं बनाई है। अखरोट सेब बादाम केसर काला जीरा आदि के बढ़ावे के प्रयास किए जा रहे हैं। कृषि विभाग कृषि विवि के सहयोग से किसानों को बेहतरीन सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 07:15 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 07:15 AM (IST)
उत्पादन में हम अग्रणी हैं, लेकिन व्यापार में हिस्सेदारी बढ़ाने की जरूरत है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विज्ञानियों से कहा कि वह ऐसी तकनीक विकसित करें कि खेतों में कम से कम रासायनिक खाद की जरूरत पड़े। सिन्हा शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर साइंसेज एंड टेक्नोलाजी (स्कास्ट) जम्मू के चट्ठा स्थित बाबा जित्तो सभागार में आयोजित 7वें दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे।

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उपराज्यपाल ने कहा, हाल ही में केंद्र सरकार ने यूरिया व डीएपी पर किसानों को 64 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी देने का फैसला लिया है। अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के कारण यूरिया व डीएपी की कीमत इस तरह से बढ़ी हैं कि यह किसान की पहुंच से बाहर हो चुकी है। इसलिए हम ऐसी तकनीक विकसित करें कि इन रासायनिक खादों का कम से कम उपयोग हो। उत्पादन भी बढ़े और किसानों को लाभ भी मिले।

उपराज्यपाल ने कहा कि विज्ञानी अपने शोध को खेतों तक ले जाएं ताकि किसानों को इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि कृषि व बागवानी में किए अनुसंधान की रिपोर्ट को अब खेतों में लाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की खेतीबाड़ी में परिस्थितियां बदली हैं। किसान आशावादी हैं और इस क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं को साकार करने का समय आ गया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर का कृषि व बागबानी सेक्टर फल-फूल रहा है।

पिछले दो वर्ष में खेती में जबरदस्त बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में मामले में जम्मू-कश्मीर का किसान देश के तीसरे स्थान पर है, लेकिन उम्मीद है कि एक दिन यहां का किसान पंजाब, हरियाणा को लांघते हुए सबसे ऊपर होगा। केंद्र व जम्मू कश्मीर के प्रशासन के प्रयासों, किसानों की मेहनत व नई तकनीकों से जम्मू कश्मीर आने वाले समय में बागवानी व कृषि क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन सकता है। उन्होंने कहा कि उत्पादन में हम अग्रणी हैं, लेकिन व्यापार में हिस्सेदारी बढ़ाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि बागवानी व खेतीबाड़ी क्षेत्र में सरकार ने कई योजनाएं बनाई है। अखरोट, सेब, बादाम, केसर, काला जीरा आदि के बढ़ावे के प्रयास किए जा रहे हैं। कृषि विभाग, कृषि विवि के सहयोग से किसानों को बेहतरीन सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। उपराज्यपाल ने कहा कि पीएम किसान निधि योजना के तहत 2 हजार करोड़ रुपये की सहायता सीधे किसानों के खाते में पहुंचाई जा चुकी है। 12 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जा चुके हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि अगर कोई युवा या किसान अपना रोजगार स्थापित करना चाहता हो तो सरकार उसको दो करोड़ रुपये तक की भी सहायता दे सकती है।

1303 विद्यार्थियों को डिग्री, 17 को गोल्ड मेडल : समारोह के दौरान कुलपति प्रो. जेपी शर्मा ने स्कास्ट की उपलब्धियां गिनाई। उप राज्यपाल ने 1303 डिग्रियां विभिन्न फैकल्टी के अध्यक्ष को सौंपी जो कि बाद में विद्यार्थियों में वितरित कर दी गई। वहीं, सोनाली शर्मा, विकास शर्मा, शिवानी लंगर, जसमीत कौर, सिद्धार्थ, अंतरा गुप्ता, प्रणव कौशल, जाहिदा प्रवीण, सोनिया समेत 17 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। मौके पर कृषि उत्पाद के प्रमुख सचिव अतुल डूल्लू भी उपस्थित थे।

एग्री साइंस कांग्रेस में भी स्थान बनाए स्कास्ट : उपराज्यपाल ने स्कास्ट जम्मू के प्रबंधकों की सराहना की और कहा कि स्कास्ट ने कई पुरस्कार जीते हैं। जैसे साइंस कांग्रेस होती है, वैसे ही इंडियन एग्रीकल्चर साइंस कांग्रेस होती है। इसलिए जब हम अगले साल मिलें तो यह सुनने में जरूर आए कि स्कास्ट जम्मू के विद्यार्थी ने इंडियन एग्रीकल्चर साइंस कांग्रेस में भी शोहरत पाई है।

आगे बढ़ रहीं बेटियां : उपराज्यपाल ने कहा कि आज जो गोल्ड मेडल मिले हैं, उससे लगता है कि लड़कियां शिक्षा क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। एक समय था जब शिक्षा क्षेत्र में लड़कियों की संख्या नगण्य सी थी, लेकिन आज लड़कियों की यहां अच्छी संख्या हैं। यह शुभ संकेत है। 


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