Jammu Kashmir Village Tourism : जम्मू-कश्मीर के 75 गांव को पर्यटक गांवों के रूप में किया जाएगा विकसित
Village Tourism In Jammu Kashmir उपराज्यपाल ने योजना के मकसद का जिक्र करते हुए बताया कि प्रत्येक गांव की विशिष्टता स्वेदशी ज्ञान प्रणाली सांस्कृतिक विविधिता और विरासत स्थानीय पंरपराओं की पहचान कर उन्हेंं दुनिया तक पहुंचाया जाएगा।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के युवाओं के सशक्तिकरण के लिए शुरू किए गए मिशन यूथ के तहत जम्मू कश्मीर टूरिस्ट विलेज नेटवर्क का शुभारंभ किया। इसके तहत प्रदेश के एतिहासिक, सांस्कृतिक व धाॢमक महत्व के अलावा अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध 75 गांवों को पर्यटक गांवों के रूप में विकसित किया जाएगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि पर्यटन गांवों को विकसित करने की योजना में युवाओं को एक अग्रणी भूमिका दी जा रही है। युवा नेतृत्व वाली स्थायी पर्यटन विकास की यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था, सामुदायिक उद्यमशीलता को मजबूत बनाने के अलावा युवाओं और महिलाओं को प्रत्यक्ष-परोक्ष रोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हेंं सशक्त भी बनाएगी।
उपराज्यपाल ने योजना के मकसद का जिक्र करते हुए बताया कि प्रत्येक गांव की विशिष्टता, स्वेदशी ज्ञान प्रणाली, सांस्कृतिक विविधिता और विरासत, स्थानीय पंरपराओं की पहचान कर उन्हेंं दुनिया तक पहुंचाया जाएगा। इन गांवों को डिजिटल प्लेटफार्म भी प्रदान किया जा रहा है, ताकि इनकी खूबियों से कोई अनभिज्ञ न रहे।
हमारे गांव देश के 10 प्रमुख पर्यटन गांवों में जगह बनाएंगे : उपराज्यपाल ने कहा कि आज पर्यटकों की आमद के लिहाज से जम्मू कश्मीर पूरे देश में सबसे आगे है। सिर्फ जुलाई माह के दौरान 10.5 लाख पर्यटक जम्मू कश्मीर आए हैं। अगस्त में यह आंकड़ा 11.22 लाख हो गया। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही जम्मू कश्मीर के गांव देश के 10 प्रमुख पर्यटन गांवों में अपनी जगह बना लेंगे।
पर्यटन गांव मेंं फिल्म शूटिंग व सब्सिडी का भी प्रविधान : मिशन यूथ के सीईओ शाहिद इकबाल चौधरी ने जम्मू कश्मीर टूरिस्ट विलेज नेटवर्क के बारे में बताया कि इन गांवों में फिल्म शूटिंग व पर्यटन सुविधाओं के लिए विशेष प्रोत्साहन और सब्सिडी का भी प्रविधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने इस योजना को जम्मू कश्मीर फिल्म नीति के साथ एकीकृत किया है। इस अवसर पर मौजूद फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के निदेशक भूपेंद्र कैंठोला ने जम्मू कश्मीर में अपने संस्थान द्वारा शुरू की गई गतिविधियों का भी जिक्र किया।