Leopard: मां वैष्णो देवी के मार्ग पर घूमता रहा तेंदुआ
Leopard. माता वैष्णो देवी के ताराकोट मार्ग के प्रवेश द्वार पर बाणगंगा क्षेत्र में एक तेंदुआ काफी देर तक घूमता रहा।
संवाद सहयोगी, कटड़ा। Leopard. कोविड-19 के चलते लॉकडाउन के बीच जबसे लोगों की चहलपहल न्यूनतम हुई है, तबसे धर्मनगरी कटड़ा के आसपास के जंगलों के जीव बाहर निकलने लगे हैं। मंगलवार की रात को ही माता वैष्णो देवी के ताराकोट मार्ग के प्रवेश द्वार पर बाणगंगा क्षेत्र में एक तेंदुआ काफी देर तक घूमता रहा। गनीमत रही कि वह बाणगंगा क्षेत्र में प्रसिद्ध गुलशन मंदिर के साथ लगते बाणगंगा बाजार की ओर नहीं गया। बाद में वह रास्ते से उतरकर पहाडि़यों की ओर चला गया। पिछले तीन सप्ताह में ऐसा कई बार हुआ है जब वन्य जीव रिहायशी इलाकों में घूमते नजर आए हैं।
कोरोना वायरस की महामारी के चलते माता वैष्णो देवी यात्रा 18 मार्च से बंद है। माता भवन के साथ ही सभी मार्ग सूने हैं। सिर्फ यात्रा मार्ग पर बनी सुरक्षा चौकियों में पुलिस और सीआरपीएफ के जवान ड्यूटी दे रहे हैं। यात्रा मार्ग पर कोई चहलपहल नहीं होने के चलते ही यह तेंदुआ ताराकोट मार्ग के प्रवेश द्वार के पास बाणगंगा क्षेत्र में आ गया। स्थानीय लोग बताते हैं कि जबसे लॉकडाउन हुआ है और यात्रा बंद है तबसे यात्रा मार्ग पर चरण पादुका मंदिर के समीप गांव दरूड़ के पास भी कई बार तेंदुआ देखा गया है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार ने कहा कि मां वैष्णो देवी मार्ग पर तेंदुआ आने की खबर के बाद बोर्ड ने अपने वन विभाग के विंग को सतर्क कर दिया गया। इसके बाद विभाग ने वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अधिकारियों को सूचित कर दिया। फिलहाल, तेंदुए की तलाश की जा रही है। नगर में भी आ गई थी मादा तेंदुआबीते सप्ताह नगर कटड़ा में एशिया चौक के पास भी एक मादा तेंदुआ आ गई थी, जिसने कुत्ते का शिकार कर लिया था। इसके बाद वन विभाग ने वहां पिजरा भी लगाया था, लेकिन बाद में वह यहां नहीं आई। कटड़ा के आसपास के इलाकों और भवन मार्ग पर तेंदुआ आने से लोगों में भय पैदा हो गया है।