एनएचएम कर्मियों पर बरसी लाठियां, कई घायल
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कई दिनों से हड़ताल पर बैठे नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कई दिनों से हड़ताल पर बैठे नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने सोमवार को सचिवालय मार्च किया। इस पर पुलिस ने उन पर जमकर लाठियां बरसाई, जिससे कई कर्मचारी घायल हो गए। बाद में अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
लाठीचार्ज के बाद कर्मचारियों से मिलने के लिए एनएचएम निदेशक भूपेंद्र कुमार भी पहुंचे, लेकिन कर्मचारियों ने मांगें पूरी होने तक हड़ताल खत्म करने से इन्कार कर दिया। कर्मचारी बड़ी संख्या में दोपहर को प्रदर्शनी मैदान से सचिवालय की ओर रैली की शक्ल में रवाना हुए। कर्मचारी ज्यूल और बस स्टैंड से होते हुए इंदिरा चौक तक पहुंच गए, लेकिन वहां पहले से बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया। पहले तो कर्मचारियों की पुलिस से धक्का-मुक्की हुई, लेकिन जब कर्मियों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन पर जमकर लाठियां बरसाई। इसमें करीब तीन दर्जन कर्मचारी घायल हो गए। पुलिस ने महिला कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा। लाठीचार्ज में कई महिला कर्मचारी भी घायल हो गई।
घायलों में रामेश्वर, डॉ. विकास, डॉ. ताहिर, डॉ. अशरफ, डॉ. फैजान, शबनम, रेवा व आशा शामिल हैं। लाठीचार्ज से घायल हुए कई कर्मचारियों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई, लेकिन लाठीचार्ज के कारण कर्मचारियों में भारी रोष है। उनका कहना है कि लाठियां बरसा कर उनके आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। लाठीचार्ज के दौरान कई कर्मचारी सचिवालय के पास पहुंच गए और उन्होंने वहां पर भी प्रदर्शन किया।
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एनएचएम निदेशक मिलने पहुंचे
प्रदर्शन के बाद कर्मचारियों से मिलने के लिए एनएचएम निदेशक भूपेंद्र कुमार पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। मगर कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन उन्हें लिखित में मांगें पूरी करने का आश्वासन नहीं देता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। वहीं, आमरण अनशन पर बैठे एसोसिएशन के प्रधान रोहित सेठ और रमन की हालत लगातार बिगड़ रही है। उनका अनशन तीसरे दिन में दाखिल हो गया है। उनका हाल जानने के लिए भी निदेशक पहुंचे।