Jammu Kashmir: नम आंखों से दी बलिदानी आइटीबीपी जवान को अंतिम विदाई, पहलगाम सड़क हादसे में हुए बलिदान
कश्मीर के पहलगाम में हुए सड़क हादसे में बलिदान देने वाले आइटीबीपी के कांस्टेबल संदीप कुमार का सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। आइटीबीपी के जवानों ने हथियार झुका कर बलिदानी संदीप को अंतिम विदाई दी।
जम्मू, जागरण संवाददाता। कश्मीर के पहलगाम में हुए सड़क हादसे में बलिदान देने वाले आइटीबीपी के कांस्टेबल संदीप कुमार का सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। आइटीबीपी के जवानों ने हथियार झुका कर बलिदानी संदीप को अंतिम विदाई दी। संदीप की अंतिम यात्रा में पूरे टक्कू चक गांव ने भाग लिया। संदीप को मुखाग्नि उसके बड़े भाई संजीव कुमार ने दी।
बुधवार दोपहर को विमान से संदीप कुमार के शव को कश्मीर से जम्मू लाया गया। इसके बाद जम्मू हवाई अड्डे से संदीप के शव को दोपहर तीन बजे के घर पर ले जाया गया। जैसे ही संदीप का शव उसके घर पर पहुंचा तो वहां चीख पुकार मच गई। संदीप की पत्नी गोमती उसके एक बार उठ कर अपने आठ माह के बेटे को गले से लगाने की गुहार लगा रही थी तो उसकी मां शशि देवी और पिता काली दास की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। हालांकि पूरा परिवार मातम में था, लेकिन उन्हें इस बात का गर्व भी था कि संदीप अपनी ड्यूटी के खातिर बलिदान हुआ है।
दोपहर चार बजे के करीब गोल पुल पुरखू के श्मशान घाट में संदीप को अंतिम विदाई दी गई। ज्ञात रहे कि संदीप की बटालियन इन दिनों उत्तराखंड में तैनात है, लेकिन कुछ कंपनियां वार्षिक अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर तैनात की गई थी। यात्रा शांतिपूर्वक ढंग से पूरी होने के बाद अब संदीप ने अपने घर गांव पुरखू कैंप, दोमाना में छुट्टी पर आना था। परिवार संदीप के घर लौटने का इंतजार कर रहा था कि उसके सड़क हादसे में बलिदान होने की खबर घर पर पहुंची थी।