लद्दाख ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन आधारित प्रदेश बनने की ओर अग्रसर, 1.25 मेगावाट पायलट प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी
उपराज्यपाल आरके माथुर की मौजूदगी में प्रशासन व नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के बीच सहमित पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। उपराज्यपाल ने इस मौके पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लद्दाख को कार्बन रहित बनाना सिर्फ एक घोषणा नहीं है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख कार्बन उत्सर्जन पर रोक लगाकर लद्दाख ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन आधारित प्रदेश बनाने की ओर तेजी सो अग्रसर है। देश, विदेश के पर्यटकों की पहली पसंद लद्दाख का कार्बन रहित बनाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है।
लद्दाख को कार्बन रहित बनाने की मुहिम के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए उपराज्यपाल प्रशासन ने लेह में 1.25 मेगावाट ग्रीन हाइड्रोजन जेनरेशन पायलट प्रोजेक्ट बनाने के लिए नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है। लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की दिशा में यह तीसरा समझौता है।
लद्दाख में कार्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए क्षेत्र में हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली बसें व ई रिक्शा चलाने की तैयारी हो रही है। इस दिशा में कार्रवाई करते हुए अब उपराज्यपाल आरके माथुर की मौजूदगी में प्रशासन व नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के बीच सहमित पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। उपराज्यपाल ने इस मौके पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लद्दाख को कार्बन रहित बनाना सिर्फ एक घोषणा नहीं है।
इसे लागू करने की दिशा में लगातार प्रयास हो रहे हैं। पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि लद्दाख को पहला ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन आधारित प्रदेश बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को जल्द हासिल किया जाएगा। इस मौके पर लद्दाख हिल डेवलपमेंट काउंसिल लेह के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिल ताशी ग्यालसन भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहित भार्गव ने विचार व्यक्त करते हुए प्रोजेक्ट में सहयोग देने के लिए उपराज्यपाल प्रशासन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट जल्द से जल्द शुरू करने की दिशा में कार्रवाई होगी। इसके लिए कुछ अन्य सहयोग की भी जरूरत होगी। वहीं एनटीपीसी के जनरल मैनेजर डीएमआर पांडा ने भी प्रशासन का आभार जताया।
इससे पहले उपराज्यपाल ने यूटी सिविल सचिवालय में नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन द्वारा स्थापित किए गए दो सोलर ट्रीज का उद्घाटन किया। हर सोलर ट्री से 3.3 किलो वाट पावर उर्जा उत्पादन होगा। इससे प्रति वर्ष 10000 से 12000 बिजली की ग्रीन यूनिटें मिलेंगी। इस मौके पर उपराज्यपाल प्रशासन के साथ हिल काउंसिल के पदाधिकारी भी मौजूद थे।